चीन के खिलाफ अमेरिका भारत के साथ / अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पियो ने कहा- भारतीय जवानों को हमेशा याद रखेंगे, भारत में अमेरिका के राजदूत जस्टिन केन बोले-उनकी बहादुरी भुलाई नहीं जा सकेगी
वॉशिंगटन. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने लद्दाख में चीन सीमा पर शहीद हुए भारतीय सैनिकों के लिए शोक व्यक्त किया है। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘‘हम चीन के साथ हुए हालिया विवाद में भारतीय सैनिकों के शहीद होने पर संवेदनाएं जताते हैं। हम सैनिकों को हमेशा याद रखेंगे, जिनके परिवार, करीबी और प्रियजन शोक में डूबे हैं।’’
15 जून की रात चीनी सैनिकों ने लद्दाख की गलवान घाटी में कंटीले तार बंधे डंडों से भारतीय जवानों पर अचानक हमला किया था। इसमें एक कर्नल रैंक के अफसर समेत 20 जवान शहीद हो गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय सैनिकों की जवाबी कार्रवाई में चीन के 43 सैनिक मारे गए या घायल हुए
भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर ने भी शोक जताया
भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर ने भी शहीद सैनिकों के लिए शोक जताया । उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हम गालवन में शहीद सैनिकों के परिवार के लिए दिल से संवेदनाएं जताते हैं। उनकी बहादुरी और साहस को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।’’
अमेरिकी सांसद ने कहा- चीनी सेना ने भारतीय सैनिकों को उकसाया होगा
अमेरिकी सांसद मिच मैक्कॉनेल ने सदन में चर्चा के दौरान भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि चीनी सेना ने ही सीमा हड़पने के लिए भारतीय सैनिकों को उकसाया होगा। इस वजह से ही दोनों देशों के बीच 1962 से अब तक की सबसे हिंसक झड़प हुई। दो एटमी ताकत देशों के बीच हुआ यह विवाद पूरी दुनिया के लिए चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि चीन की सेना कई देशों की सीमा में घुसने की कोशिश कर चुकी है।
लेह के अस्पताल में 18 घायल सैनिक भर्ती
भारतीय सेना ने गुरुवार दोपहर बताया कि लद्दाख में चीनी सेना के साथ झड़प में घायल 18 सैनिक लेह के अस्पताल में भर्ती हैं। सभी जवान 15 दिन के अंदर अपने काम पर लौटने की स्थिति में होंगे। सभी जवानों की हालत स्थिर है। 58 अन्य सैनिकों को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये सभी जवान भी हफ्तेभर में ड्यूटी ज्वॉइन कर सकेंगे।