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साइबर अटैक का खतरा / भारत की सरकारी एजेंसी, टेलीकॉम ऑपरेटर्स पर चीनी हैकर्स कर सकते हैं अटैक; रिलायंस जियो का भी नाम आया सामने

नई दिल्ली. भारत और चीन के बीच बढ़ते विवाद के बीच ऐसी खबरें आ रही हैं कि अब चीनी हैकर्स भारत पर साइबर अटैक कर सकते हैं। साइबर इंटेलिजेंस फर्म साइफर्मा (Cyfirma) ने चेतावनी दी है कि ये हैकर्स कई सरकारी एजेंसियों, मीडिया हाउसों, फार्मा कंपनियों, टेलीकॉम ऑपरेटरों और भारत की एक बड़ी टायर कंपनी पर साइबर अटैक कर सकते हैं।

करीब 10 दिन पहले मंदारिन और कैंटोनीज में चीनी हैकर्स ने डार्क वेब पर बात करना शुरू की थी। जिसमें भारत को सबक सिखाने के बारे में कहा गया है, विशेष रूप से चीन की आलोचना कर रहे मीडिया हाउस का जिक्र किया गया है।

भारत के मीडिया हाउस और टेलीकॉम ऑपरेटर्स पर खतरा
साइफर्मा के चेयरमैन और सीईओ कुमार रितेश ने कहा, “चीनी हैकर्स बातचीत के दौरान कई भारतीय कंपनियों, मीडिया हाउस, टेलीकॉम ऑपरेटर्स और एक बड़ी टायर कंपनी के नाम थे। जब हमने इन लिस्ट को प्रकाशित करने वाले हैंडल को उनके सोर्स में वापस भेजना शुरू कर दिया, तो हमने पाया कि वे पॉपुलर हैकिंग ग्रुप गोथिक पांडा और स्टोन पांडा से संबंधित हैं।”

साइफर्मा ने CERT-In (कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम), साइबर हमले के लिए भारत की नोडल एजेंसी, और कुछ ऐसी कंपनियों को सूचित किया है जिनके नाम सूची में थे। साइफर्मा के अनुसार, सूची में MRF टायर्स, एयरटेल, BSNL, सन फार्मास्युटिकल, सिप्ला, रिलायंस जियो, हिंदुस्तान टाइम्स, टाइम्स ऑफ इंडिया और रिपब्लिक टीवी के नाम शामिल थे।

पिछले 10 सालों में साइबर अटैक में सक्रिय ग्रुप
रितेश ने कहा, “इन दोनों हैकर ग्रुप का चीन में सरकारी एजेंसियों और प्रतिस्पर्धी कंपनियों के खिलाफ साइबर हमले शुरू करने का इतिहास रहा है।” पिछले 10 सालों से अधिक समय से गोथिक पांडा अमेरिका और हांगकांग में बड़े पैमाने पर साइबर अटैक करने में सक्रिय रहा है।

चीनी के पास 3 लाख से ज्यादा हैकर्स
एक अनुमान के मुताबिक चीन की हैकर कम्युनिटी में 3 लाख से भी ज्यादा लोग काम करते हैं। इनमें से 93 फीसदी चीनी सेना चाइनीज रिबल्किन आर्मी के लिए काम करते हैं। इनकी पूरी फंडिंग चीनी सरकार करती है। ये हैकर्स लगातार अमेरिका, जापान, साउथ कोरिया, भारत और साउथ ईस्ट एशिया के देशों में हैकिंग करते रहते हैं।

भारत इस साल अपनी नई साइबर सिक्योरिटी गाइडलाइन लाने वाला है। इस सरकार में पहली बार साइबर सिक्योरिटी चीफ के तौर पर डॉ. गुलशन राय की नियुक्ति हुई थी। इनके रिटायर होने के बाद अब भारत ने कई साइबर सिक्योरिटी को लेकर कई एजेंसियों के बीच तालमेल बिठाने के लिए लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) राजेश पंत को नेशनल साइबर सिक्योरिटी कोऑरडिनेटर बनाया है।

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