भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की वर्चुअल बैठक / गलवान झड़प के बाद पहली बार जयशंकर और वांग यी आमने-सामने होंगे, लेकिन सीमा विवाद पर चर्चा नहीं होगी
नई दिल्ली. रूस, भारत और चीन (आरआईसी) के विदेश मंत्री आज वर्चुअल बैठक करेंगे। गलवान झड़प के बाद यह पहला मौका है, जब भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी आमने-सामने बात करेंगे। बैठक जर्मनी के नाजियों पर रूस की जीत के 75 साल पूरे होने पर की जाएगी। इसकी अध्यक्षता रूस के विदेश मंत्री सर्गी लैवरॉव करेंगे।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, इस बैठक में महामारी की मौजूदा स्थिति पर चर्चा होगी। इसके साथ ही तीनों विदेश मंत्री सुरक्षा, आर्थिक स्थिरता और सुरक्षा से जुड़ी दुनिया की मौजूदा चुनौतियों पर चर्चा करेंगे। इसमें भारत-चीन सीमा विवाद पर बात नहीं होगी।
17 जून को जयशंकर और वांग यी ने फोन पर बात की थी
15 जून को लद्दाख में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे। इसके दो दिन बाद 17 जून को जयशंकर और वांग यी ने फोन पर सीमा विवाद पर चर्चा की थी। चीन और भारत के बीच विवाद को देखते हुए आरआईसी बैठक होगी या नहीं, इसको लेकर आशंका थी। हालांकि, रूस और भारत के विदेश मंत्रालय ने सोमवार शाम बैठक तय समय से होने की पुष्टि की। जयशंकर ने कहा कि वे इसमें हिस्सा लेंगे।
2017 में तीनों देशों के विदेश मंत्री की आखिरी बैठक हुई थी
भारत, रूस और चीन के विदेश मंत्रियों की आखिरी बैठक फरवरी 2017 में चीन के वुझेन शहर में हुई थी। तब भारत की विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज इसमें शामिल हुई थीं। यह बैठक भारत की ओर से पाकिस्तान के बालाकोट में किए गए एयरस्ट्राइक कुछ घंटों बाद हुई थी। इसमें सुषमा स्वराज ने चीन और रूस के विदेश मंत्री को भारत की ओर से पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर लिए गए एक्शन के बारे में बताया था।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिन के दौरे पर मॉस्को पहुंचे
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार देर रात रूस के तीन दिन के दौरे पर मास्को पहुंचे। राजनाथ रूस के रक्षा मंत्री के साथ बैठक करेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी बढ़ाने पर बात होगी। वे रूस से अगले कुछ महीनों में भारत पहुंचने वाले हथियारों के बारे में भी चर्चा करेंगे। वे 24 जून को रूस के 75 वें विक्ट्री डे परेड में हिस्सा लेंगे। इस परेड में चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगे भी मौजूद रहेंगे