कानपुर शूटआउट: कब तक बचेगा विकास? / गैंगस्टर विकास दुबे 2 दिन से फरीदाबाद में छिपा था, एसटीएफ की छापेमारी से पहले गुडंगांव तरफ भाग निकला
कानपुर शूटआउट का मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे पुलिस से एक कदम आगे चल रहा है। वह फरीदाबाद की नहर पार कॉलोनी न्यू इंद्रा नगर कॉलोनी में दो दिन से रह रहा था। इससे पहले उसने फरीदाबाद में ही एक होटल में कमरा बुक करने की कोशिश की, लेकिन सही आईडी न देने की वजह से कमरा बुक नहीं हुआ। मंगलवार को हरियाणा पुलिस और एसटीएफ यूपी ने होटल में दबिश दी तो विकास नहीं मिला। लेकिन न्यू इंद्रा नगर कॉलोनी से विकास का साथी, मकान मालिक और उसके बेटे को गिरफ्तार किया है। जबकि विकास फरार हो गया। पुलिस को शक है कि वह गुड़गांव तरफ भागा है। पूरे राज्य में अलर्ट जारी किया गया है।
पुलिस ने विकास दुबे के साथी कार्तिकेय उर्फ प्रभात के कब्जे से 4 पिस्टल और कारतूस बरामद हुए हैं। इनमें 2 पिस्टल यूपी पुलिस से लूटी गईं हैं। हालांकि, फरीदाबाद पुलिस अभी इस मामले पर कुछ नहीं बोल रही है।
सूत्रों की मानें तो विकास पिछले 2 दिन से फरीदाबाद में रह रहा था। वह यहां नहर पार कॉलोनी न्यू इंद्रा नगर में रिश्तेदार श्रवण के मकान में रह रहा था। पुलिस को सूचना मिली तो मौके पर छापा मारा, इससे पहले विकास फरार हो चुका था। पुलिस ने मौके से प्रभात के अलावा मकान मालिक श्रवण और उसके बेटे अंकुर को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए तीन आरोपियों पर केस दर्ज किया गया है।
होटल मालिक ने कहा- आईडी प्रूफ ठीक होने से रूम नहीं दिया
विकास दुबे एक होटल में कमरा बुक करने के लिए भी गया था। यहां उसने जो आईडी प्रूफ दिया, उसकी तस्वीर धुंधली थी। होटल के संचालक का कहना है कि इस वजह से उसने दूसरा आईडी प्रूफ देने को कहा तो विकास ने मना कर दिया और वापस चला गया। पुलिस ने होटल पर रेड मारकर वहां के सीसीटीवी की डीवीआर कब्जे में ले ली है।
गुड़गांव की तरफ जाने का शक
पुलिस को शक है कि आरोपी गुड़गांव की तरफ गया है। गुड़गांव के कमिश्नर केके राव ने सभी पुलिसकर्मियों को एक ऑडियो जारी किया है कि विकास गुड़गांव में एंट्री कर सकता है। उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को अलर्ट पर रहने के लिए कहा है। कमिश्नर राव ऑडियो में कह रहे हैं कि विकास के पास खुद की कोई गाड़ी नहीं है। वह थ्री-व्हीलर या टैक्सी में एंट्री कर सकता है। वह हल्का-सा लंगड़ा कर चलता है। सभी बॉर्डर एरिया पर नजर रखी जाए। वह बचकर नहीं निकलना चाहिए। ये वही विकास दुबे है, जिसने यूपी में हमारे पुलिस कर्मचारी मारे हैं।
विकास ने एक व्यक्ति की जमीन पर कब्जा किया था
कानपुर जिले के चौबेपुर इलाके के राहुल तिवारी के ससुर लल्लन शुक्ला की जमीन पर विकास ने जबरन कब्जा कर लिया था। राहुल ने कोर्ट में विकास के खिलाफ केस दर्ज कराया। 1 जुलाई को विकास ने साथियों की मदद से राहुल को अगवा कर लिया और बंधक बनाकर पीटा। जान से मारने की धमकी भी दी। राहुल ने थाने में इसकी शिकायत की थी।
विकास ने थाना प्रभारी के साथ भी हाथापाई की थी
पूछताछ के लिए थानाध्यक्ष आरोपी विकास के घर पहुंचे। यहां विकास ने उनके साथ हाथापाई की। इसके बाद थानाध्यक्ष ने राहुल की शिकायत पर ध्यान नहीं दिया और खुद के साथ हुई बदसलूकी की चर्चा भी किसी से नहीं की। बाद में अधिकारियों के आदेश पर चौबेपुर थाने में विकास पर केस दर्ज हो गया। गुरुवार देर रात पुलिस उसके घर दबिश देने पहुंची थी। यहां सीओ, 3 एसआई, 4 कॉन्स्टेबल शहीद हो गए। इनके अलावा, 2 गांववाले, 1 होमगार्ड और 4 पुलिसवाले घायल हो गए थे।