पर्यटन / शहर के बीचो-बीच तालकटोरा पर नाइट टूरिज्म की पाल बांधी, 20 करोड़ में से 18 करोड़ के टेंडर भी लगे
जयपुर. तालकटोरा को लेकर कई बार सरकार के अलग-अलग महकमों ने डवलपमेंट प्लान बनाए। इस कटोरे की ताल गंदे नालों के पानी से खो गई। अबकी बार फिर बड़ा प्लान बना है। हेरिटेज संरक्षण के साथ नाइट टूरिज्म की शुरुआत के रूप में इस प्लान को रखा गया गया है। स्मार्ट सिटी से 20 करोड़ के काम की प्लानिंग हो गई है, इसमें से 18 करोड़ के टेंडर लगाए जा चुके हैं।
15 जुलाई को तकनीकी बिड खुल जाएगी। आरटीडीसी की इंजीनियरिंग टीम ने डवलपमेंट का खाका तैयार कर लिया है। किलो-महलों में हैरिटेज संरक्षण कार्य कर चुके एक्सईएन जीतेंद्र जोशी और कार्यकारी निदेशक माधव शर्मा ने भरोसा जताया है कि तालकटोरा में टूरिज्म का नायाब तोहफा मिलेगा।
इस नए प्लान में कितना कुछ बदलेगा तालकटोरा सरोवर
- अब तक के सर्वे में लेक में बरसों से मलबे की कई परत जम चुकी है।
- 400 क्यूबिक मीटर मलबा निकालना है ताल से
- 15 जुलाई को खुलेगी बिड, सरोवर में तैरने वाले फव्वारे लगाए जाएंगे, नावें चलाएंगे
- मलबा हटाने के साथ फाउंटेन, लाइटिंग और आकर्षक नजारे
लाइटिंग युक्त फ्लोटिंग फाउंटेन लगेंगे। पूरी लेक का संरक्षण और रेस्टोरेशन के साथ आईलैंड की खूबसूरती और रेलिंग, बैंचें लगाने के काम होंगे। - बादल महल के साथ सर्वे में लेक की ओर 52 बिल्डिंगों का संरक्षण
टेंडर प्रक्रिया में ही तीनों ओर से लेक को झांकते 52 निजी मकानों के फसाड़ को सही कर एकरूप दिया जाएगा। यहां से लेक में गिरने वाले सीवरेज, वेस्टेज को रोकना है। बादल महल की खूबसूरती को निखारेंगे। - पानी के लिए स्मार्ट सिटी के टेंडर, जयनिवास-पौंडरीक उद्यान को जीवन
लेक की बदबू को मिटाने और साफ पानी का चैलेंज बरसों से है। बरसाती पानी की आवक के अलावा अब चौगान स्टेडियम में बन रहे एसटीपी का ट्रीटेड वाटर ही आएगा। स्मार्ट सिटी अलग से वर्क कर रही है। लेक के पानी से जयनिवास-पौंडरीक उद्यान में फव्वारे चलेंगे।
^स्मार्ट सिटी के एरिया बेस्ड डवलपमेंट प्रोग्राम में तालकटोरा के काम हमारे पास आए हैं। शहर के बीचोबीच लेक और चारों ओर हेरिटेज संरक्षण के साथ काम की प्लानिंग है।
-माधव शर्मा और जीतेंद्र जोशी, आरटीडीसी