पर्सनल फाइनेंस:इनकम टैक्स छूट और अच्छे रिटर्न के लिए सीनियर सिटीजन पीएम वय वंदना और पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट योजना सहित इन 5 स्कीम में कर सकते हैं निवेश
अगर आप सीनियर सिटीजन हैं और कहीं ऐसी जगह निवेश करना चाहते हैं जहां आपको अच्छे रिटर्न के साथ टैक्स छूट का लाभ मिले, तो ऐसी कई योजनाएं हैं जहां निवेश करने पर आपके दोनों काम हो जाएंगे। पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम और प्रधानमंत्री वय वंदना योजना सहित ऐसी कई स्कीम्स हैं जहां आपको ज्यादा ब्याज के साथ आयकर कानून के सेक्शन 80C के तहत इनकम टैक्स का लाभ भी मिलता है। हम आपको इन योजनाओं के बारे में बता रहे हैं ताकि आप अपनी जरूरत के हिसाब से इनमें निवेश कर सकें।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम
- इस योजना में सालाना 7.4 प्रतिशत की ब्याज दर मिल रही है। यदि ब्याज राशि सालाना 10000 रुपए से अधिक है, तो स्रोत पर कर कटौती यानी टीडीएस काटी जाती है।
- इस योजना के तहत निवेश करने पर आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 सी के तहत टैक्स लाभ प्राप्त होता है।
- 60 साल या उससे अधिक आयु के बाद अकाउंट खोला जा सकता है। वहीं VRS लेने वाला व्यक्ति जो 55 वर्ष से अधिक लेकिन 60 वर्ष से कम है वो भी इस अकाउंट को खोल सकता है।
- इस स्कीम के तहत 5 साल के लिए पैसा निवेश किया जा सकता है। मैच्योरिटी के बाद इस स्कीम को 3 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
- इस योजना के तहत आप अधिकतम 15 लाख रुपए तक का निवेश कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना
- केंद्र सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (पीएमवीवीवाय) में भी निवेश कर सकते हैं।
- इस योजना में 31 मार्च 2023 तक निवेश किया जा सकता। यह 60 साल और उससे अधिक उम्र के नागरिकों के लिए एक पेंशन योजना है।
- इस योजना का लाभ एकमुश्त राशि का भुगतान करके लिया जा सकता है। इससे पहले इसमें निवेश करने की आखिरी तारीख 31 मार्च 2020 थी।
- 7.40 फीसदी सालाना की दर से सुनिश्चित भुगतान किया जाएगा। इसे मासिक दिया जाएगा। यानी यह सालाना 7.66 फीसदी के बराबर हो जाता है।
- इसमें अधिकतम 15 लाख रुपए निवेश किए जा सकते हैं। 15 लाख पर आपको हर महीने 9,250 रुपए पेंशन मिलेगी।
- आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80-सी के तहत इस योजना में जमा की गई राशि पूरी तरह करमुक्त है। लेकिन, जमा की गई राशि से मिलने वाले ब्याज पर पॉलिसी धारक को आयकर देनापड़ेगा।
पोस्ट ऑफिस नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट
- पोस्ट ऑफिस नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) में निवेश पर 6.8 प्रतिशत सालाना ब्याज मिल रहा है।
- इसमें ब्याज की गणना सालाना आधार पर होती है, लेकिन ब्याज की राशि निवेश की अवधि होने पर ही दी जाती है।
- नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में जमा राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत कर छूट मिलती है।
- एनएससी अकाउंट खुलवाने के लिए आपको न्यूनतम 100 रुपए निवेश करना होगा।
- आप एनएससी में कितनी भी रकम निवेश कर सकते हैं। इसमें निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है।
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट योजना
- यह एक तरह की फिक्स डिपॉजिट (एफडी) है। इसमें एक तय अवधि के लिए एकमुश्त पैसा निवेश करके आप निश्चित रिटर्न और ब्याज भुगतान का फायदा ले सकते हैं।
- पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट 1 से 5 साल तक की अवधि के लिए 5.5 से 6.7 फीसदी तक ब्याज दर की पेशकश करता है।
- भारतीय डाक की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक 5 साल की सावधि जमा के तहत निवेश करने पर आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 सी के तहत टैक्स छूट का फायदा ले सकते हैं।
- इसमें 1000 रुपए का मिनिमम निवेश करना होता है। वहीं अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है।
5 साल के बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट
निवेश के इस विकल्प को आम तौर पर टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में जाना जाता है। इस फिक्स्ड डिपॉजिट की अवधि 5 साल की होती है। इसका मतलब यह है कि इस तरह के फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश को आप पांच साल से पहले भुना नहीं सकते। इस पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स चुकाना होता है। हम आपको बता रहे हैं कि कौन सा बैंक 5 साल की एफडी पर कितना ब्याज दे रहा है।
बैंक | ब्याज दर(%) |
SBI | 6.20 |
ICICI | 6.00 |
HDFC | 6.00 |
बैंक आफ बड़ौदा | 5.80 |
पंजाब नेशनल बैंक | 5.80 |
क्या है सेक्शन 80C?
आयकर कानून का सेक्शन 80C दरअसल इनकम टैक्स कानून, 1961 का हिस्सा है। इसमें उन निवेश माध्यमों का उल्लेख है, जिनमें निवेश कर आयकर में छूट का दावा किया जा सकता है। कई लोग वित्त वर्ष खत्म होने से पहले टैक्स बचाने के लिए निवेश करना शुरू करते हैं।