सस्ता सोना अब दूर की कौड़ी, जानें 28 जुलाई का ताजा भाव
सोने-चांदी की कीमतों में जारी उछाल के बीच आज 24 कैरेट गोल्ड के रेट ने एक और इतिहास रच दिया। सोना का भाव अब 53000 के करीब पहुंच गया है। वहीं चांदी भी आज 65000 रुपये प्रति किलोग्राम के पार पहुंच गई है। आज देशभर के सर्राफा बजारों में 24 कैरेट सोने का हाजिर भाव सोमवार को मुकाबले 156 रुपये प्रति 10 ग्राम ऊंचा खुला। वहीं, चांदी की उड़ान जारी है। आज भी चांदी हाजिर 797 रुपये तेजी के साथ 65302 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव से खुली।
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इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट (ibjarates.com) के मुताबिक 28 जुलाई 2020 को देशभर के सर्राफा बाजारों सोने-चांदी के हाजिर भाव इस प्रकार रहे…
धातु | 28 जुलाई का रेट (रुपये/10 ग्राम) | 27 जुलाई का रेट (रुपये/10 ग्राम) | रेट में बदलाव (रुपये/10 ग्राम) |
Gold 999 (24 कैरेट) | 52525 | 52369 | 156 |
Gold 995 (23 कैरेट) | 52315 | 52159 | 156 |
Gold 916 (22 कैरेट) | 48113 | 47970 | 143 |
Gold 750 (18 कैरेट) | 39394 | 39277 | 117 |
Gold 585 ( 14 कैरेट) | 30727 | 30636 | 91 |
Silver 999 | 65302 Rs/Kg | 64505 Rs/Kg | 797 Rs/Kg |
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन दिल्ली के मीडिया प्रभारी राजेश खोसला के मुताबिक ibja देशभर के 14 सेंटरों से सोने-चांदी का करेंट रेट लेकर इसका औसत मूल्य बताता है। यानी आपके शहर के सर्राफा बाजार में सोने-चांदी के हाजिर भाव में थोड़ा-बहुत अंतर हो सकता है। टेबल में दिए गए रेट पर जीएसटी नहीं लगा है।
क्यों बढ़ रहे सोने-चांदी के दाम
वैश्विक अर्थव्यवस्था में चीन को लेकर बढ़ता तनाव: कोरोना संकट के बाद चीन से दुनिया भर के देशों के रिश्ते बिगड़े हैं। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार, व्यापार सहित कई मोर्चों पर तनाव बढ़ गया है। कोरोना वायरस से निपटने और चीन द्वारा हांगकांग के लिए एक सख्त नया सुरक्षा कानून थोपन की वजह से अमेरिका और चीन में एक नए शीत युद्ध की शुरुआत हो चुकी है।
शेयर बाजार में बड़ी गिरावट से निवेशक डरे
कोरोना संकट की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई है। दुनियाभर के शेयर बाजारों में अनिश्चितता का माहौल है। कई देशों को कोविड-19 संक्रमण के सेकेंड वेब की आशंका ने दोबारा लॉकडाउन करने पर मजबूर होना पड़ा। इसका असर शेयर बाजारों पर पड़ रहा है। इस उथल-पुथल भरे माहौल में निवेशक इक्विटी के बजाय सोने-चांदी को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं।
रियल एस्टेट सेक्टर लंबे समय से सुस्ती की चपेट में
रियल एस्टेट भी पस्त पड़ा है। इस दौर निवेशकों के लिए सबसे सुरक्षित सोना ही नजर आ रहा है। निवेशकों का रुझान गोल्ड, गोल्ड ईटीएफ और बॉन्ड की तरफ बढ़ा है। यही वजह है कि सोने के रेट बढ़ते जा रहे हैं।
दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में कमजोरी
वहीं डॉलर सूचकांक आज 0.5% गिरकर अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले कई साल के निचले स्तर पर पहुंच गया, जिससे सोना अन्य देशों के लिए सस्ता हो गया है, जिससे इसकी खरीददारी तेज हो गई है।
दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों की ओर से सोने की खरीदारी
शेयर बाजार में गिरावट और अर्थव्यवस्था में संकट के दौर में तमाम फंड मैनेजर पोर्टफोलियो में सोने की हिस्सेदारी बढ़ाते हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि सोना सेफ हैवन इन्वेस्टमेंट यानी सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है। केंद्रीय बैंक, फंड मैनेजर्स, स्वतंत्र निवेशक आदि ये सभी लोग पूरी दुनिया में अलग अलग एक्सचेंज पर सोने की खरीदारी कर रहे हैं । सोने के भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी रिकॉर्ड उंचाई पर है ।
महंगा है पर अभी फायदा का सौदा है सोना
दो साल में सोने ने 55% रिटर्न दिया, पिछले छह महीने में ही 26% तक बढ़ इसकी कीमत बढ़ चुकी है। वहीं इंडिया बुलियन एवं ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) की डायरेक्टर तान्या रस्तोगी कहती हैं, लोगों को 50000 रुपये पर सोना महंगा लग सकता है, लेकिन सोना खरीदने का अब भी अच्छा समय है। दिवाली तक कीमत 82000 रुपए से पार जा सकती है।