रातभर में पाैन इंच बारिश, रुक-रुककर रिमझिम बारिश का दौर जारी, अब तक 16.1 इंच गिरा पानी, इंदौर की औसत बारिश 34.4 इंच
बुधवार से शुरू रिमझिम बारिश का दाैर गुरुवार काे भी जारी है, रातभर में पाैन इंच बारिश हुई। इसे मिलाकर बुधवार से गुरुवार सुबह तक एक इंच बारिश हो चुकी है। शहर में अब तक 16.1 इंच बारिश हो गई है। हालांकि अच्छी बात यह है कि मानसून प्रदेश में सक्रिय है। हल्की-हल्की बारिश के दौर जारी रहेंगे। 15 अगस्त से शहर में भी अच्छी बारिश के आसार हैं। चिंतित करने वाली बात यह है कि मानसून का आधा सीजन बीतने को आया, लेकिन इंदौर की जरूरत का आधा पानी भी अब तक नहीं बरसा है। शहर की औसत बारिश 34 इंच है। इस वक्त 17 इंच से ज्यादा पानी बरस जाता है, लेकिन आंकड़ा 16.1 इंच पर तक ही पहुंच पाया है। पिछले साल इस वक्त आंकड़ा 25 इंच पार हो गया था।
बंगाल का सिस्टम सीधी, सतना और होशंगाबाद तरफ मजबूत
जुलाई सूखा बीतने के बाद अगस्त में भी झमाझम बारिश नहीं हो रही। रोजाना बादल छा रहे हैं, लेकिन रिमझिम बरसकर थम जाते हैं। कारण यह कि मजबूत सिस्टम शहर में सक्रिय नहीं हो रहा है। बुधवार सुबह से अब तक कई बार हल्की बारिश के दौर आए, लेकिन झमाझम में नहीं बदल पाए। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो प्रदेश में मानसून सक्रिय है। सीधी, सतना, होशंगाबाद, भोपाल, पंचमढ़ी तरफ दो-तीन दिन से अच्छी बारिश हो रही है। भोपाल में दो दिन में पौने दो इंच के करीब पानी बरस चुका है।
चिंता इसलिए… पिछले साल इस समय तक दो बार खोले जा चुके थे यशवंत सागर के गेट, इस साल अभी तक भराया नहीं
इंदौर में बारिश की स्थिति का गवाह यशवंत सागर ही है। यही वह तालाब में जिसमें सालभर पानी रहता है और थोड़ी भी अच्छी बारिश होने पर सबसे पहले भरकर ओवर फ्लो होता है। अगस्त भी आधा होने को है लेकिन अभी तक यह तालाब पूरा भराया ही नहीं। पिछले साल लगातार बारिश के कारण यशवंत सागर के गेट पांच बार खोले गए थे। 12 अगस्त को तो तालाब के गेट दोबारा खोलने पड़े थे। वैसे पिछले साल चैनलों पर से कब्जे हटे तो इस साल बिलावली और पीपल्यापाला तालाब में जरूर पानी बचा है।