भाजपा का दावा- 2 दिन में कांग्रेस के 40 हजार से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ली, कांग्रेस ने कहा- आंकड़े फर्जी
भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया है कि ग्वालियर में आयोजित पार्टी के तीन दिवसीय सदस्यता अभियान में बीते 2 दिन में 40 हजार कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि अभी तक 40 हजार कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। शाम तक ये आंकड़ा 60 हजार के पार होने का अनुमान हैं। प्रद्युम्न सिंह ने कहा कि जो लोग सदस्यता ले रहे हैं उनकी सभी जानकारी हमारे पास है। सभी लोग अपने-अपने क्षेत्रों के वरिष्ठ कांग्रेस नेता रहे हैं।
दरअसल, आगामी दिनों में प्रदेश में 27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में 16 सीटें ग्वालियर-चंबल संभाग में हैं। इसलिए यहां सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया तीन दिन से ग्वालियर में ही है।
कांग्रेस ने बताया फर्जी
भाजपा द्वारा कांग्रेस के 40 हजार कार्यकर्ताओं को भाजपा में शामिल किए जाने वाले दावे को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने फर्जी करार दिया है। उन्होंने कहा है कि जिन लोगों के भाजपा नाम ले रही है, उनसे उनकी बात हुई है। वे लोग ग्वालियर ही नहीं आए और ना ही उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली है।
अभी 5 विधानसभा क्षेत्र बाकी
ग्वालियर में तीन से चल रहे सदस्यता अभियान का आज अंतिम दिन है। कार्यक्रम स्थल पर 16 विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं को अलग-अलग सदस्यता लेने बुलाया जा रहा है। सोमवार दोपहर तक 11 विधानसभा के करीब 40 हजार कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा की सदस्यता ले चुके हैं। अभी 5 विधानसभा क्षेत्र इस इलाके के बाकी हैं। दावा किया जा रहा है कि यहां के करीब 20 हजार से ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ता अभी पार्टी में ओर शामिल हो सकते हैं।
भाजपा छोड़ चुके नेता फिर से भाजपा में शामिल
एक तरफ भाजपा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए मेगा अभियान चलाकर पार्टी में शामिल कर रही है। वहीं, दूसरी और पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी छोड़ चुके भाजपाइयों को भी पार्टी में शामिल किया जा रहा है। इसी कड़ी में पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता को आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा की सदस्यता दिलाई। पिछले चुनाव में समीक्षा ने बागी तेवर अपनाते हुए पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी नारायण सिंह कुशवाह के खिलाफ चुनाव लड़ा था। समीक्षा को 21 हजार से अधिक वोट मिले थे। भाजपा प्रत्याशी 121 मतों से चुनाव हार गए थे।