राम कृपाल यादव बोले राजद में रघुवंश को गालियां दी जा रहीं, घुटन सहने की जगह पार्टी छोड़ देना चाहिए
राजद के कद्दावर नेता रघुवंश प्रसाद सिंह इन दिनों नाराज चल रहे हैं। उन्हें यह मंजूर नहीं कि रामा सिंह को राजद में शामिल किया जाए। रघुवंश के विरोध के चलते रामा सिंह की राजद में एंट्री में देरी हो रही है। दूसरी ओर भाजपा और जदयू के नेता कह रहे हैं कि रघुवंश को उस पार्टी में नहीं रहना चाहिए जहां सम्मान न मिले। राजद छोड़कर भाजपा गए राम कृपाल यादव ने कहा कि रघुवंश को गालियां दी जा रही हैं। उन्हें घुटन सहने की जगह पार्टी छोड़ देना चाहिए।
जदयू नेता और बिहार सरकार में मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह विद्वान आदमी हैं। वह एक बड़े समाजवादी नेता हैं। उनकी अपनी विचारधारा है और वह अपनी विचारधारा से समझौता नहीं करते। कहीं न कहीं रघुवंश प्रसाद को ठेस पहुंची है। मुझे लगता है कि रघुवंश अब राजद में आहत महसूस कर रहे हैं। वह अपने स्टैंड पर कायम रहने वाले हैं। वह उन लोगों में से नहीं हैं जो समझौता करें।
रघुवंश राजद की बुनियाद डालने वाले नेता, अब उनका अपमान देखा नहीं जा रहा
भाजपा सांसद और कभी लालू यादव के बेहद करीबी रहे राम कृपाल यादव ने कहा कि राजद जो कभी फला-फूला, उसमें रघुवंश प्रसाद का बहुत महत्वपूर्ण रोल है। रघुवंश राजद की बुनियाद डालने वाले नेताओं में से एक हैं। अब जैसी स्थिति हो गई है राजद में रघुवंश प्रसाद का रहना उचित नहीं है। मेरी सलाह है कि वह फैसला लें। राजद में उन्हें अपमानित किया जा रहा है। गालियां दी जा रही हैं। बेइज्जत किया जा रहा है। वे राजद में घुटन महसूस कर रहे हैं। उनके लिए बेहतर है कि राजद से बाहर आ जाएं।
राजद बोली- रघुवंश नाराज नहीं, जनता डबल इंजन की सरकार से नाराज
राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि रघुवंश प्रसाद नाराज नहीं है। जदयू और भाजपा अपनी नाकामी छिपाने के लिए रघुवंश प्रसाद की नाराजगी का एजेंडा बना रहे हैं। जनता डबल इंजन की सरकार से नाराज है। इन्हें चुनाव में जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा।