दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष से चर्चा के बाद 5 प्रदेश महामंत्रियों की घोषणा, कविता प्रदेश की पहली महिला महामंत्री बनी
प्रदेश भाजपा की बहुप्रतीक्षित नई टीम बनना शुरू हो गई है। दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष से चर्चा के बाद 5 प्रदेश महामंत्रियों की मंगलवार देर रात घोषणा की गई। इसमें भोपाल से भगवानदास सबनानी, इंदौर (मालवा) से कविता पाटीदार, रीवा (विंध्य) से विधायक सरदेंदू तिवारी, बुंदेलखंड से विधायक हरिशंकर खटीक और शिवपुरी से पूर्व विधायक रणवीर सिंह रावत को जगह मिली है। कविता प्रदेश की पहली महिला महामंत्री है। पूर्व में वीडी शर्मा महामंत्री थे, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष बन जाने के बाद यह पद रिक्त हो गया। महामंत्री मनोहर ऊंटवाल का निधन हो गया। बंशीलाल गुर्जर और अजय प्रताप सिंह ही महामंत्री बचे थे। इन्हें भी अब बदल दिया गया। प्रदेश नेतृत्व ने इस घोषणा में सभी क्षेत्रों से एक-एक व्यक्ति को जगह दी है। टीम की घोषणा से पहले प्रदेश के नेताओं की केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा प्रस्तावित थी। वीडी शर्मा और सुहास भगत ट्रेन से मंगलवार को दिल्ली पहुंच गए। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी दिल्ली गए। वहां पार्टी दफ्तर में बैठक रखी गई थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी शाम पहुंचना था, लेकिन वे नहीं गए। बताया जा रहा है कि खातेगांव में हेलीकॉप्टर के खराब हो जाने के कारण वे सड़क मार्ग से भोपाल करीब छह बजे पहुंचे।
देर हो जाने के कारण वे दिल्ली नहीं गए। इस बीच दिल्ली में प्रदेश के नेताओं की केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ चर्चा हुई। फिर केंद्रीय नेतृत्व के साथ सभी बैठे। इसके बाद महामंत्रियों के नामों पर मुहर लग गई। बताया जा रहा है कि इसके साथ प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रदेश मंत्री के साथ बाकी के नामों पर भी सहमति बन गई है। इसकी घोषणा तीन-चार दिन बाद हो सकती है। केंद्रीय नेतृत्व ने इस बार मप्र में महामंत्री का एक पद बढ़ा दिया है। पहले चार महामंत्री होते थे।
रावत से चार सीटों पर फायदा, सबको साधा
रणवीर रावत किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष थे, उन्हें महामंत्री बनाकर भाजपा ने करेरा, पोहरी, भांडेर और डबरा विधानसभा सीट में बड़ी संख्या में मौजूद रावत समाज को साधा है। रावत को नरेंद्र सिंह तोमरा का करीबी माना जाता है। विंध्य से शिवराज सिंह सरकार में कोई मंत्री नहीं बन पाया था। इसलिए विधायक सरदेंदू को मौका दिया गया है। तिवारी सीएम के करीबी कहे जाते हैं। हरिशंकर खटीक को संगठन ने मौका दिया। कविता पाटीदार को प्रदेश अध्यक्ष शर्मा के कोटे का कहा जा रहा है। संगठन महामंत्री भगत के कोटे से भगवान दास सबनानी को टीम में जगह मिली।