राज्यसभा उपचुनाव; निर्विरोध चुने जाएंगे भाजपा प्रत्याशी जफर इस्लाम, डमी कैंडिडेट ने वापस लिया नामांकन
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद रह चुके अमर सिंह के निधन के बाद खाली हुई सीट पर भाजपा प्रत्याशी जफर इस्लाम का अब निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है। दरअसल, भाजपा से जफर इस्लाम के अलावा भाजपा नेता गोविंद नारायण शुक्ला ने भी नामांकन किया था। हालांकि नामांकन के अंतिम दिन गोविंद नारायण ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। बताया जा रहा है कि डमी कैंडिडेट के तौर पर उन्होंने नामांकन पत्र भरा था।
कोरोना से पीड़ित हैं जफर इस्लाम, प्रतिनिधि के तौर पर मंत्री ने भरा था पर्चा
5 दिन पहले जब नामांकन पत्र भरा गया तो जफर इस्लाम खुद नहीं पहुंचे थे। उनकी जगह प्रतिनिधि के तौर पर यूपी सरकार के मंत्री सुरेश खन्ना ने उनका नामांकन पत्र दाखिल किया था। बताया गया कि जफर इस्लाम कोरोना से पीड़ित हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। जिसकी वजह से वह नामांकन में शामिल नहीं हो सके थे।
77 करोड़ के मालिक हैं जफर इस्लाम
यूपी भाजपा की ओर से एकमात्र मुस्लिम चेहरे के रूप में राज्यसभा नामांकन करने वाले जफर इस्लाम 71 करोड़ 13 लाख 53 हजार 953 रुपए की संपत्ति के मालिक हैं। 52 वर्षीय जफर इस्लाम के नाम पर एक भी मुकदमा नहीं है। तीन लग्जरी कारों के साथ पत्नी के पास एक किलो सोना भी एफिडेविट में बताया गया है।
‘ऑपरेशन लोटस’ का इनाम है राज्यसभा टिकट
राजनीति के जानकार बताते हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी में शामिल कराने में जफर की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। इसके बाद ज्योतिरादित्य को बीजेपी में लाने की कवायद और मध्यप्रदेश में ‘ऑपरेशन लोटस’ की पटकथा लिखी गई। इस पूरे ऑपरेशन में बीजेपी की तरफ से सिर्फ लॉजिस्टिक और अन्य सहायता दी गई।