ग्रेजुएशन में 4 लाख 12 हजार 575 छात्रों ने कराया रजिस्ट्रेशन; एडमिशन 1 लाख 2 हजार 138 ने लिया, फीस भरने का आज आखिरी मौका
मध्य प्रदेश के सभी सरकारी और अनुदान प्राप्त कॉलेजों में ग्रेजुएशन (यूजी) प्रोग्राम में एडमिशन लेने के लिए फीस भरने का आज (8 सितंबर, मंगलवार) अंतिम दिन है। पहले चरण में अब तक 4 लाख 12 हजार 575 छात्र रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। इनमें से सिर्फ 1 लाख 2 हजार 138 छात्रों ने ही एडमिशन लिया। प्रदेश में यूजी की 7 लाख 2 हजार 484 सीटें हैं। इधर, पोस्ट ग्रेजुएशन (पीजी) की 1 लाख 29 हजार 129 सीटों के लिए 10 सितंबर को लिस्ट जारी की जाएगी।
यूजी में सवा दो लाख से अधिक सीट आवंटित
उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार प्रदेश के यूजी और पीजी में ई-प्रवेश के माध्यम से छात्रों को एडमिशन दिया जा रहा है। यूजी में अब तक रजिस्ट्रेशन करा चुके 4 लाख 12 हजार 575 छात्रों में से 3 लाख 67 हजार 883 छात्र विकल्प दे चुके हैं। इनमें से 3 लाख 37 हजार 850 दस्तावेजों का सत्यापन करा चुके छात्रों में से 2 लाख 26 हजार 78 छात्रों को सीट मिल चुकी है। छात्रों को एडमिशन के लिए ई-प्रवेश पोर्टल के माध्यम से फीस जमा करना है। उन्हें 1 हजार रुपए ऑन लाइन जमा करना है। एडमिशन की शेष फीस संबंधित कॉलेजों द्वारा किश्तों में ली जाएगी। इसके बाद 10 सितंबर से कॉलेज लेवल काउंसलिंग शुरू होगी।
पीजी की लिस्ट 10 सितंबर को आएगी
पीजी के लिए पंजीयन करा चुके छात्रों की 10 सितंबर को लिस्ट जारी की जाएगी। उसके दस्तावेजों का सत्यापन आदि की प्रक्रिया शुरू होगी। प्रदेश की 1 लाख 29 हजार 129 सीटों पर एडमिशन लेने के लिए छात्र 16 सितंबर तक ऑन लाइन फीस जमा कर सकेंगे।
इन्हें मिलेगा फ्री एडमिशन
मुख्यमंत्री मेधावी छात्र योजना और मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना के तहत छात्र फीस भरने के दौरान इसका चयन कर इसका लाभ ले सकते हैं। उन्हें इसके तहत किसी भी तरह की फीस नहीं भरने होगी। हालांकि इसके बाद उन्हें जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराना होंगे।
सिर्फ 50 छात्रों को बुलाया जा रहा
कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन के लिए सेंटर की संख्या बढ़ाई गई है। जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन किया जा सके। इस दौरान छात्र-छात्राओं को मास्क पहनना और सैनिटाइजर लाना अनिवार्य किया। एक सेंटर में एक दिन में सिर्फ 50 छात्रों को ही बुलाया गया।
लेट हो गया शैक्षणिक सत्र
इस बार कोरोनावायरस की वजह से शैक्षणिक सत्र लेट हो रहा है। पहले मई-जून में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो जाती थी। इसके बाद जुलाई में प्रवेश प्रक्रिया पूरी करके नए सत्र की क्लास शुरू हो जाती थीं। इधर, यूजीसी के निर्देशानुसार सितंबर में फाइनल ईयर की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।