नीट के लिए एनटीए ने तय किए सख्त नियम, छोटी-सी चूक पर भी जिम्मेदार पर कार्रवाई, नीट का 3 को परीक्षा; शहरभर में 65 सेंटर पर बैठेंगे 20 हजार प्रतिभागी
मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट) 13 सितंबर को होगी। हाल में हुई जेईई के मुकाबले ये परीक्षा एनटीए के लिए बड़ी चुनौती होगी। जेईई के लिए शहर में महज तीन सेंटर पर आठ हजार प्रतिभागियों ने परीक्षा दी थी। नीट के लिए 65 सेंटर बनाए गए हैं। एक ही दिन में एक ही वक्त पर इन सेंटर्स में करीब 20 हजार प्रतिभागी परीक्षा देंगे। एनटीए ने कोरोना से सुरक्षा सहित परीक्षा की गोपनीयता के लिए भी सख्त निर्देश जारी किए हैं। स्थानीय स्तर पर परीक्षा में जरा सी भी लापरवाही पाए जाने पर जिम्मेदार पर कार्रवाई होगी। परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र जारी कर दिए गए हैं। हालांकि कई छात्रों ने प्रवेश पत्र पर सेंटर का नाम गलत छापने की शिकायत की है।
प्रदेश में पिछले साल 84, कोरोना से सुरक्षा के लिए इस बार 144 सेंटर, एक कमरे में 12 छात्र
कोरोना से सुरक्षा के चलते एनटीए ने पिछले साल के मुकाबले एग्जाम सेंटर्स की संख्या बढ़ाने के साथ एक रूम में बैठने वाले छात्रों की संख्या भी कम की है। देश में कुल 3843 सेंटर बनाए हैं जबकि परीक्षार्थियों की संख्या करीब 16 लाख है। मप्र में 58 हजार 800 प्रतिभागियों के लिए 144 सेंटर हैं। पिछले साल हुई परीक्षा में 54 हजार 400 प्रतिभागियों के लिए 84 सेंटर ही बनाए गए थे। एनटीए के अनुसार एक रूम में सिर्फ 12 प्रतिभागी बैठाए जाएंगे।
प्रवेश पत्र में गड़बड़ी, कई छात्रों ने ई-मेल पर दर्ज की शिकायत
कई छात्रों ने नीट के प्रवेश पत्र में गड़बड़ी की जानकारी अपने शिक्षकों को दी है। इसमें परीक्षा केंद्र का नाम गलत दिया गया है। एक छात्र ने बताया उनके प्रवेश पत्र पर दो स्कूलों के नाम छपे हैं। पहला सेंट जोसफ काॅन्वेंट बिजलपुर और उसके बाद चमेलीदेवी पब्लिक स्कूल का नाम है। ई-मेल के जरिये छात्र ने एनटीए से सही सेंटर की जानकारी मांगी है।