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हाथरस जाते वक्त राहुल-प्रियंका अरेस्ट, यूपी पुलिस ने राहुल की कॉलर पकड़ी, धक्कामुक्की में वे नीचे गिरे; गुस्से में बोले- देश में सिर्फ मोदी पैदल जा सकता है

हाथरस में गैंगरेप पीड़ित के परिवार से मिलने जा रहे राहुल और प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर ही रोक दिया। जब वे नहीं माने तो दोपहर करीब 2.30 बजे उन्हें इकोटेक-1 थाना इलाके में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस दोनों को अपनी गाड़ी में बैठाकर जेवर के पास स्थित फॉर्मूला-1 गेस्ट हाउस ले गई।

इससे पहले, राहुल और प्रियंका कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ दोपहर 1.30 बजे एक्सप्रेस-वे पर पहुंचे। यहीं, उनके काफिले को पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद वे पैदल ही आगे बढ़ने लगे। इस बीच पुलिस उन्हें समझाती रही। कुछ दूर चलने के बाद पुलिस ने फिर रोक दिया। पुलिसवाले ने राहुल की कॉलर भी पकड़ी। धक्कामुक्की में राहुल जमीन पर गिर गए। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राहुल के हाथ में चोट लगी है।

राहुल जमीन पर गिर गए।
राहुल जमीन पर गिर गए।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज हुआ

एक पुलिस अफसर ने कहा कि राहुल-प्रियंका से वापस लौटने को कहा जाएगा, नहीं मानेंगे तो कानून के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर, दोनों नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक्सप्रेस-वे पर हंगामा किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसके बाद भी कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर बैठे रहे।

राहुल को प्रियंका ने संभाला।
राहुल को प्रियंका ने संभाला।

 

राहुल ने मोदी पर निशाना साधा
राहुल ने कहा, पुलिस ने मुझे धक्का दिया, लाठी चार्ज किया, मुझे जमीन पर गिराया। हमारी गाड़ियां रोकी गई थीं, इसलिए हमने पैदल चलना शुरू किया। आज के हिंदुस्तान में सिर्फ मोदी पैदल जा सकता है, मोदी हवाई जहाज में उड़ सकता है।

पुलिस ने राहुल को धारा-144 का हवाला देकर रोका, तो राहुल बोले कि ठीक है, मैं अकेला ही हाथरस जाऊंगा। फिर भी पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने लगी तो राहुल ने पूछा कि किस धारा में आप यह कार्रवाई कर रहे हैं, जनता और मीडिया को बताइए? पुलिस ने कहा कि आपने धारा-188 का वॉयलेशन किया है।

धारा-188 क्या है?
1897 के महामारी कानून के सेक्शन 3 में जिक्र है कि अगर कोई कानून के निर्देशों और नियमों को तोड़ता है, तो उसे आईपीसी की धारा-188 के तहत गिरफ्तार किया जा सकता है। उसे सजा भी दी जा सकती है। इस संबंध में किसी सरकारी कर्मचारी के निर्देशों का उल्लंघन करने पर भी यह धारा लगाई जा सकती है।

4 साल पहले राहुल-प्रियंका को नोएडा जाने से रोका गया था
2016 में भी राहुल और प्रियंका गैंगरेप पीड़ित के परिवार से मुलाकात करने के लिए नोएडा पहुंचे थे, लेकिन तत्कालीन सपा सरकार ने उन्हें रोक दिया था। इसके बाद दोनों को दिल्ली लौटना पड़ा था।

यूपी में राहुल-प्रियंका दूसरी बार गिरफ्तार
इससे पहले राहुल को नोएडा के भट्टा पारसौल में 2011 (मायावती सरकार) में गिरफ्तार किया गया था। यहां राहुल भूमि अधिग्रहण आंदोलन में किसानों से मिलने पहुंचे थे। प्रियंका 2019 में सोनभद्र में गिरफ्तार हुई थीं। यहां वे जमीन विवाद में मारे गए 10 लोगों के परिवार से मिलने पहुंची थीं।

प्रियंका का सवाल- क्या पीड़ित परिवार को धमकाकर चुप कराना चाहती है सरकार?
प्रियंका ने हाथरस के लिए रवाना होने से पहले ट्वीट कर कहा था कि गैंगरेप की शिकार लड़की के पिता को जबरदस्ती ले जाया गया। सीएम से वीसी के नाम पर बस दबाव डाला गया। वे जांच की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। अभी पूरे परिवार को नजरबंद रखा है। बात करने पर मना है। क्या धमकाकर उन्हें चुप कराना चाहती है सरकार?

 

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