जॉनसन एंड जॉनसन ने कोरोना वैक्सीन का ट्रायल रोका, परीक्षण के दौरान वॉलेंटियर के बीमार होने के बाद हुआ फैसला
कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खबर आई है. जॉनसन एंड जॉनसन ने वक्ती तौर पर अपने कोविड-19 वैक्सीन के मानव परीक्षण को रोक दिया है. उसका कहना है कि एक वॉलेंटियर में अस्पष्ट बीमारी के कारण परीक्षण को रोकना पड़ा है. जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी ने कोरोना वैक्सीन पर चल रहे ट्रायल को एक शख्स के बीमार होने के बाद रोकने का फैसला किया है. कंपनी ने कहा है कि टेस्ट में शामिल हर शख्स की सुरक्षा हमारी पहली जिम्मेदारी है लिहाजा कुछ दिन के लिए ट्रायल रोका जा रहा है.
जॉनसन एंड जॉनसन को रोकना पड़ा परीक्षण
उसने बताया कि वॉलेंटियर की बीमारी को कंपनी समझने की कोशिश कर रही है. और कंपनी के क्लीनिकल और सुरक्षा से जुड़े डॉक्टर के अलावा स्वतंत्र डेटा मॉनिटरिंग बोर्ड मूल्यांकन कर रहे हैं.
एक वॉलेंटियर में ‘अस्पष्ट बीमारी’ का चला पता
इससे पहले की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि जॉनसन एंड जॉनसन की कोविड-19 वैक्सीन उम्मीदवार में कोरोना वायरस के खिलाफ मजबूत इम्यून रिस्पॉन्स मिला है. ये दावा शुरुआती और मध्य दर्जे के मानव परीक्षण के बाद किया गया था. सीएनएन के मुताबिक, पहले दोनों चरणों के मानव परीक्षण के नतीजे में काफी सहनशील बताया गया था. यहां तक कहा गया था कि उसके एक डोज से सभी 800 वॉलेंटियर पर मजबूत इम्यून रिस्पॉन्स पैदा हुआ.
परीक्षण के अंतरिम नतीजे बताते हैं कि वैक्सीन डोज इम्यून रिस्पॉन्स पैदा करता है और सुरक्षित होने का भी पता चला. जिससे बड़े ग्रुप पर वैक्सीन उम्मीदवार के मानव परीक्षण को आगे किया जा सके. जुलाई में बंदरों पर जे एंड जे के सिंगल डोज से मजबूत सुरक्षा मिलने के बाद कंपनी को काफी उत्साह मिला था. उसने अमेरिकी सरकार की मदद से कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ प्रारंभिक-माध्यमिक मानव परीक्षण शुरू किया. नतीजों के आधार पर जे एंड जे ने पिछले महीने अंतिम चरण का मानव परीक्षण 60 हजार लोगों पर शुरू करने में जुटी थी.