आम बीमा कवर से ज्यादा फायदेमंद रहेगा OPD हेल्थ इंश्योरेंस कवर, इससे इलाज के खर्च का बोझ होगा कम
कोरोना महामारी ने लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस की महत्ता समझा दी है। इसके चलते हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने वालों की संख्या पिछले कुछ महीनों में तेजी से बढ़ी है। ऐसे में अगर आप भी हेल्थ इंश्योरेंस लेने का प्लान बना रहे हैं तो रेगुलर हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने की बजाय ओपीडी (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) हेल्थ इंश्योरेंस लेना आपके लिए ज्यादा फायदेमंद रहेगा। हम आपको ओपीडी हेल्थ इंश्योरेंस के बारे में बता रहे हैं।
ओपीडी कवर लेने के फायदे
रेगुलर हेल्थ इंश्योरेंस में कवर सिर्फ अस्पताल में भर्ती होने पर ही मिलता है। ओपीडी और डेंटल केयर का खर्च ज्यादातर कंपनियां अपनी पॉलिसी में शामिल नहीं करती हैं। ओपीडी कवर में पॉलिसी होल्डर को साधारण बुखार, दांतों का इलाज, डायग्नोस्टिक टेस्ट, एनुअल हेल्थ चेक-अप और डाक्टर की फीस के अलावा दवाइयों, कॉन्टैक्ट लेंस, चश्मा आदि के खर्च का कवर मिलता है। ओपीडी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत अगर मेडिकल कंसलटेशन के लिए भी अस्पताल जा रहे हैं तो इस पर भी इंश्योरेंस कवर मिल जाता है।
कवर में कौन-सी चीजें होती हैं कवर?
इसमें मेडिकल सलाह और किसी बीमारी के लिए व्यक्ति की सेहत की जांच की फीस शामिल है। इसमें x-ray, ब्रेन और बॉडी स्कैन और दवाई शामिल रहती हैं। इसके अलावा माइनर सर्जरी जैसे POP, एक्सीडेंट के लिए ड्रेसिंग और जानवर के काटने पर OPD की प्रक्रिया पर कवर मिलता है।
कैसे कर सकते हैं क्लेम
ओपीडी खर्च का दावा करने के लिए डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन और मेडिकल खर्च का ब्योरा पॉलिसीधारक को देना होता है। हालांकि ज्यादातर कंपनियां ओपीडी खर्च की राशि कुल बीमा राशि से बहुत कम तय करती हैं। अगर 3 लाख रुपए का हेल्थ इंश्योरेंस है तो बीमा कंपनियां 8 से 10 हजार रुपए ओपीडी पर खर्च करने के लिए तय करती हैं।
इसका प्रीमियम रहता है ज्यादा
हालांकि, रेगुलर हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के मुकाबले ओपीडी कवर वाली पॉलिसी फायदेमंद है, लेकिन इसके लिए आपको अधिक प्रीमियम का भुगतान करना होगा। ये प्रीमियम 20 से 30% तक ज्यादा हो सकता है।
टैक्स छूट का लाभ
रेगुलर हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के मुकाबले ओपीडी कवर वाली हेल्थ पॉलिसी लेने पर पॉलिसी होल्डर अधिक टैक्स छूट का लाभ ले सकते हैं। इनकम टैक्स सेक्शन 80D के तहत पॉलिसी लेने वाला डॉक्टर के फीस और दवाइयों के बिल पर भी टैक्स छूट ले सकता है। हालांकि जन्मजात गंभीर बीमारियों के लिए इसमें कवर नहीं मिलता है।
इस बात का रखें ध्यान
ये जरूरी नहीं है कि OPD कवर में सभी डे-केयर प्रक्रिया शामिल हों, इसलिए आपने जिससे इंश्योरेंस लिया है, उससे चेक कर लें कि कब बेनिफिट मिलेंगे