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तीसरी तिमाही में सोने की वैश्विक निवेश मांग में हुई जबरदस्त वृद्धि से कमज़ोरी में कमी, कोविड-19 के प्रभाव का मुकाबला करने की कोशिश कर रहे हैं उपभोक्ता

तीसरी तिमाही में दुनिया भर में सोने की मांग साल-दर-साल आधार पर 19 फीसदी की गिरावट के साथ 892 टन रही क्योंकि उपभोक्ताओं पर अब भी कोविड-19 महामारी का असर देखने को मिल रहा है। वर्ष 2009 की तीसरी तिमाही के बाद यह किसी भी तिमाही में दर्ज किया गया सबसे कम आंकड़ा है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की नवीनतम गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 की समान अवधि के मुकाबले इस वर्ष की मांग 10 फीसदी कम होकर 2,972.1 टन रही।

हालांकि कुल मांग में गिरावट दर्ज की गई है लेकिन निवेश मांग में तेज़ वृद्धि देखने को मिली है जिसमें सालाना आधार पर 21 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। निवेशकों ने दुनिया भर में 222.1 टन सोने के बार और सिक्कों के साथ सोने आधारित ईटीएफ के माध्यम से 272.5 टन सोना खरीदा। इस साल अब तक गोल्ड ईटीएफ की होल्डिंग रिकॉर्ड 1,003.3 टन तक बढ़ चुकी है।

लुई स्ट्रीट, मार्केट इंटेलिजेंस, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने कहा:“कोविड-19 का असर अब भी पूरी दुनिया के सोने के बाज़ारों में महसूस किया जा रहा है। कई बाज़ारों में सामाजिक प्रतिबंधों, लॉकडाउन के आर्थिक प्रभावों और कई मुद्राओं में सोने की उच्च कीमतें ज्वेलरी खरीदारों के लिए भारी पड़ीं। हमारा मानना है कि यह रुझान आने वाले कुछ समय तक बना ही रहेगा।”

हालांकि, निवेशकों के लिहाज से देखें तो हमें तीसरी तिमाही में सोने आधारित ईटीएफ में रिकॉर्ड निवेश देखने को मिला जिससे दुनिया में यह आंकड़ा रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। इसके अलावा इस तिमाही के दौरान रिटेल निवेशकों को सुरक्षित निवेश के लिए सोने का सहारा लेते देखना बहुत ही उत्साहजनक था क्योंकि अनिश्चितता से भरे बाज़ारों में लोग स्थायित्व चाहते हैं।

हालांकि, कई बाज़ारों में लागू सामाजिक दूरी के प्रतिबंधों, आर्थिक मंदी और कई मुद्राओं में उच्च स्तर तक पहुंच चुकी सोने की कीमतें आभूषण खरीदने वालों के लिए भारी रही। इस वजह से मांग सालाना आधार पर 29 फीसदी गिरावट के साथ 333 टन रही। वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही के मुकाबले भी यह आंकड़ा कम ही रहा जिसमें मांग काफी कम रही थी।

तिमाही के दौरान 272.5 टन की बढ़ोतरी के दम पर दुनिया भर में सोना आधारित ईटीएफ (गोल्ड ईटीएफ) की होल्डिंग 3,880 टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। पहली छमाही के मुकाबले रफ्तार थोड़ी धीमी ज़रूर पड़ी लेकिन तीसरी तिमाही के दौरान हुए लगातार निवेश से ईटीएफ निवेशकों का अपनी होल्डिंग बढ़ाने के प्रति उत्साह का पता चलता है।

अगस्त के शुरुआती दिनों में डॉलर में सोने की कीमत 2,067.15 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड उच्च स्तर तक पहुंच गई। तिमाही के आखिर में कीमतों में गिरावट भी देखने को मिली और कीमतें 1,900 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर पहुंच गईं। रुपया, युआन, यूरो और स्टर्लिंग जैसी कई अन्य मुद्राओं में भी सोने की कीमतें रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गईं।

बार और क्वाइन में निवेश तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर 49 फीसदी बढ़कर 222.1 टन रहा। ज़्यादातर रिटेल निवेश बाज़ारों में मजबूत वृद्धि देखने को मिली। थाइलैंड में लगातार हो रही महत्वपूर्ण बिक्री से उलट निवेश में सर्वाधिक वृद्धि पश्चिमी बाज़ारों, चीन और तुर्की में हुई।

महामारी का असर ज्वेलरी सेक्टर में भी देखने को मिला। कोविड-19 की वजह से आई कमज़ोरी के साथ सोने की रिकॉर्ड कीमतों ने इस तिमाही को प्रभावित किया। तीसरी तिमाही के दौरान इस क्षेत्र में मांग सालाना आधार पर 29 फीसदी कम होकर 333 टन रही। हालांकि, यह गिरावट पूरी दुनिया में देखने को मिली लेकिन चीन और भारत में सबसे बड़े पैमाने पर गिरावट देखने को मिली।

केंद्रीय बैंकों ने तीसरी तिमाही में 12 टन सोने की शुद्ध बिक्री की। वर्ष 2010 की चौथी तिमाही के बाद यह पहली ऐसी तिमाही रही जिसके दौरान बैंकों ने शुद्ध बिक्री की जिसकी मुख्य वजह दो बैंकों द्वारा की गई बिक्री शामिल है। कीमतों में नकारात्मकता के बीच निवेश में विविधता और सुरक्षा की वजह से खरीदारी सुस्त गति से बढ़ रही है।

वर्ष 2020 की तीसरी तिमाही की नवीनतम गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स रिपोर्ट की खास बातें इस प्रकार हैं:

  • तीसरी तिमाही के दौरान कुल मांग सालाना आधार पर 19 फीसदी घटकर 892 टन रही
  • दुनिया भर ईटीएफ निवेशकों ने अपनी होल्डिंग 272.5 टन बढ़ाई, जिससे वैश्विक होल्डिंग 3,880 टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई
  • बार और क्वाइन की मांग सालाना आधार पर 49 फीसदी बढ़कर 222.1 टन हो गई
  • दूसरी तिमाही के रिकॉर्ड निम्न स्तर से दुनिया भर में ज्वेलरी की मांग में सुधार हुआ लेकिन सालाना आधार पर यह 29 फीसदी घटकर 333 टन रही
  • केंद्रीय बैंकों ने 12 टन की शुद्ध बिक्री की और 2010 के बाद यह पहली तिमाही रही जिसमें बैंकों ने बिक्री की
  • टेक्नोलॉजी सेक्टर में मांग सालाना आधार पर 6 फीसदी गिरावट के साथ 76.7 टन रही
  • कुल आपूर्ति में सालाना आधार पर 3 फीसदी की कमी दर्ज की गई

गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स रिपोर्ट,जिसमें मेटल फोकस द्वारा उपलब्ध कराया विस्तृत डेटा शामिल है, http://www.gold.org/research/gold-demand-trendsपर देखी जा सकती है।

 

आप वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल को ट्विटर पर @goldcouncil फॉलो कर सकते हैं और फेसबुक पर लाइक कर सकते हैं।

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