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छेड़छाड़ के आरोपों के चलते फिल्म से बाहर हुए विजय राज बोले-यह असीम पीड़ा है, अपने परिवार और खुद को रोज-रोज मरते देखना दुखदाई है

अभिनेता विजय राज इन दिनों विवादों में हैं। उन पर ‘शेरनी’ की शूटिंग के दौरान एक असिस्‍टेंट डायरेक्‍टर को छेड़ने के आरोप हैं। ‘शेरनी’ की शूटिंग मध्‍य प्रदेश के बालाघाट में हो रही थी। विजय राज को फिल्‍म से बाहर कर दिया गया है। विजय इन दिनों मुंबई में हैं। इस मामले से उन्हें गहरा धक्का लगा है। दैनिकभास्कर से वह बोले-यह असीम पीड़ा है। अपनी आंखों के सामने अपने पिता, बेटी, परिवार, इज्जत, मुकाम और खुद को रोज-रोज हर पल चुपचाप असहाय मरते हुए देखते रहना दुखदाई है।

वकील ने किया बचाव

विजय राज का उनकी वकील सवीना बेदी सच्‍चर ने बचाव किया है। उन्‍होंने POSH एक्‍ट की धारा 14 के नियम 10 का हवाला दिया है। इसके प्रावधान शिकायतकर्ता की झूठी या दुर्भावनापूर्ण आरोपों पर सजा मुकर्रर्र करते हैं। सवीना ने दैनिक भास्‍कर को बताया,’ यह दुखद है कि जांच शुरू होने से पहले ही आरोपियों पर ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत कार्रवाई कर दी जाती है। इससे कई बार पुरुषों के माथे पर हमेशा के लिए चरित्रहीन का दाग लगा रह जाता है। POSH एक्‍ट का उपयोग पुरुषों को उनके न्याय के अधिकार से वंचित करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।

सवीना आगे कहती हैं,’हमारे देश में यह एक प्रसिद्ध नारा है कि, भले 99 दोषी छूट जाएं, पर एक निर्दोष को सजा नहीं मिलनी चाहिए। यह भी कोई भी दोषी तब तक गुनहगार नहीं, जब तक उसका अपराध साबित न हो जाए। मुझे उम्मीद है कि इस सिद्धांत को इस मामले में सही तरीके से लागू किया गया है। चूंकि मैटर कोर्ट में है, इसलिए मैं शिकायतकर्ता की शिकायतों पर टिप्‍पणी नहीं कर सकती। हालांकि मुझे पूरा भरोसा है कि मेरे क्‍लाइंट माननीय अदालत में अपना पक्ष और सबूत रख सकेंगे। उन्‍हें यकीन है कि हमारे देश की न्‍याय व्‍यवस्‍था से उन्‍हें न्‍याय हासिल होगा।’

उमेश शुक्ला ने किया सपोर्ट

वहीं, आनेवाली फिल्म ‘आंख-मिचौली’ में विजय के साथ काम कर रहे डायरेक्टर उमेश शुक्ला ने भी अभिनेता का बचाव किया है। उन्होंने दैनिकभास्कर से बातचीत में कहा, मुझे तो ये आरोप गलत लग रहे हैं। मैंने भी उनके साथ काम किया है। विजय हर किसी के साथ अच्‍छे से पेश आते हैं। बड़े ही मिलनसार इंसान हैं। हमारी टीम में भी दो असिस्‍टेंट डायरेक्‍टर लड़कियां थीं। कॉस्ट्यूम डिपार्टमेंट में भी लड़की थीं। सबके साथ वो तहजीब से ही पेश आए।

सिर्फ आरोपों के बेसिस पर किसी को हटाना बेहद गलत है। छानबीन में मिले सबूतों के आधार पर किसी पर कार्रवाई होनी चाहिए। मुझे नहीं लगता कि ऐसा करना चाहिए। अगर आरोप सही साबित नहीं हुए तो एक्‍टर की ब्रैंड वैल्‍यू कितनी प्रभावित होगी, यह सब जानते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए, जिससे वो सबकी नजरों में ही गिर जाएं। मैंने तो विजय जी को कभी इस तरह की एक्टिविटी में लिप्त नहीं पाया है। मैन टू मैन टॉक में लोग कभी-कभार हंसी मजाक में भी ‘लूज टॉक’ कर लेते हैं, मगर विजय राज ने मजाक में भी कभी ‘लूज टॉक’ नहीं किया। वो इतना ख्‍याल रखते हैं।

क्या है मामला?

कुछ समय पहले विद्या बालन स्टारर फिल्म ‘शेरनी’ का दूसरा शेड्यूल बालाघाट में शुरू हुआ था। मगर 29 अक्‍टूबर को बालाघाट के रेंजर्स यूनिवर्सिटी में सेट पर सरेआम विजय राज पर एक असिस्‍टेंट डायरेक्‍टर ने गलत ढंग से छूने का आरोप लगाया। पहले तो प्रोडक्‍शन के लोगों के सामने विजय राज ने उस पीड़िता से माफी मांगी। पर दो-तीन बाद उस पीड़िता ने विजय राज पर पुलिस केस दर्ज कर दिया।

विजय राज ने मांग ली पीड़िता से माफी

सूत्रों ने कहा, सेट पर विजय राज ने उस पीड़िता के कंधे पर हाथ रखा। विजय राज की दलील है कि इसके पीछे उनकी इंटेंशन गलत नहीं थी। पीड़िता की उम्र की उनकी बेटी है।

बेटी की उम्र की किसी लड़की के साथ ऐसा करने की बात वो सपने में भी वो नहीं सोच सकते। फिर भी पीड़िता को गलत महसूस हुआ है तो इसके लिए वो माफी मांगते हैं। मगर पीड़िता उन्‍हें माफ नहीं कर पाई।

पीड़िता की शिकायत के बाद विजय राज को महाराष्ट्र के गोंदिया जिले से गिरफ्तार किया गया था। विजय के खिलाफ आईपीसी की धारा 354- (स्त्री की लज्जा भंग करना) के तहत केस दर्ज किया गया था। गिरफ्तारी के कुछ समय बाद विजय को जमानत पर रिहा कर दिया गया।

 

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