झाड़ियों में छिपे बदमाशों ने हाइवा ड्राइवर को गोली मार दी
ग्वालियर, रेत के वर्चस्व को लेकर एक बार फिर खूनी संघर्ष सामने आया। बेलखेड़ा के पावला गांव के पास शुक्रवार देर रात जुगपुरा से रेत ला रहे हाइवा चालक को झाड़ियों में छिपे बदमाशों ने गोली मार दी। इलाज के दौरान निजी अस्पताल में ड्राइवर की मौत हो गई। बदमाशों ने रास्ते के बीच में लकड़ी का ठूंठ रख दिया था। जैसे ही, ड्राइवर उसे हटाने हाइवा से उतरा, बदमाशों ने फायर कर दिया। पांच महीने पहले भी इसी तरह यहां ट्रैक्टर ड्राइवर की हत्या हुई थी। वारदात के बाद आरोपी फरार हैं।
जानकारी के अनुसार करकबेल (बौछार) थाना खेमी जिला नरसिंहपुर निवासी धनीराम प्रजापति (25) वहीं के सतीश पटेल के हाइवा एमपी 49 एच 0718 का ड्राइवर था। शुक्रवार देर रात करीब दो बजे वह हाइवा में रेत भरकर पावला गांव से जबलपुर के लिए निकल रहा था। पावला गांव से पहले खेत वाले रास्ते में किसी ने लकड़ी का ठूंठा रखकर मार्ग अवरुद्ध कर दिया था। धनीराम के साथ उसके ही गांव का रोहित मेहरा भी था। धनीराम ने रोहित को रोका और खुद हाइवा से उतर कर ठूंठा उठाने बढ़ा, तभी झाड़ियों से किसी ने तीन फायर किए। गोली उसके पेट व पीठ में लगी। धनीराम वहीं गिर गया।
फायर की आवाज सुनकर रोहित भी उतर आया, तब तक झाड़ियों में छिपे बदमाश भाग निकले। खून से लथपथ धनीराम ने रोहित से कहा जल्दी भैया (सतीश पटेल) को लगाओ। इसके बाद डायल-100 को सूचना दी। उसे शहर के निजी अस्पताल में लाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। बेलखेड़ा पुलिस ने मामले पहले हत्या के प्रयास की धारा और फिर 302 का मामला दर्ज कर जांच में लिया है।
रेत के वर्चस्व में खूनी संघर्ष
बेलखेड़ा क्षेत्र में रेत घाटों पर वर्चस्व जमाने को लेकर खूनी संघर्ष शुरू हो गया। सूत्रों की मानें तो हाइवा चालक जुगपुरा के अवैध घाट से रेत भरकर पावला गांव की ओर से निकल रहा था। पावला घाट स्वीकृत घाट है, लेकिन वहां रेत कम है। जबकि इससे एक किमी दूर जुगपुरा में रेत अधिक है। यहां रेत माफियाओं ने नदी को पाटकर रास्ता तक बना दिया है। धड़ल्ले से रेत खनन चल रहा है।