किसान नेता बोले- कमेटी पर हम राजी नहीं, सरकार मामले को लटकाना चाहती है
नई दिल्ली | कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन रफ्तार पकड़ रहा है. सोमवार को करीब एक दर्जन किसान नेता भूख हड़ताल पर बैठे हैं, ये प्रक्रिया हर रोज रोटेशन के आधार पर चलेगी. दूसरी ओर सरकार ने भी किसानों के सामने फिर से बातचीत का प्रस्ताव रखा है. ऐसे में आंदोलन किस ओर रुख करता है, इसपर सभी की नज़रें हैं…
आंदोलन की जंग के बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने बयान दिया है कि जो किसान संगठन नए कानूनों का समर्थन कर रहे हैं, वो उनसे मुलाकात करेंगे. टिकैत ने कहा कि हम समझना चाहते हैं कि जो फायदा हमें नहीं दिखा, उन्हें कैसे दिखा.
किसानों का आक्रामक रुख जारी…
बातचीत को लेकर सरकार द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर किसान नेता हनन मुल्ला का कहना है कि सरकार सिर्फ दिखावा कर रही है. हर बैठक में अपना ही एजेंडा थोप रही है, किसानों के एजेंडे पर कोई चर्चता नहीं हो रही है. अगर बातचीत करनी है तो हमारे एजेंडे पर होनी चाहिए. अगर किसी मामले को ठंडे बस्ते में डालना हो तो कमेटी की बात होती है, हम इसका विरोध कर रहे हैं.
सिद्धू का मोदी सरकार पर वार
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला है. सिद्धू ने एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें वो कुछ लोगों से चर्चा कर रहे हैं. कांग्रेस नेता ने लिखा कि नए कानून में कुछ भी किसानों के हक वाला नहीं है, ये कानून सिर्फ कारोबारियों के फायदे वाले हैं.