PM Modi ने पहली बार लिया AMU के कार्यक्रम में हिस्सा
दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के शताब्दी समारोह में हिस्सा लिया। पीएम ने अपने संबोधन में कहा ‘देश आज उस मार्ग पर बढ़ रहा है जहां मजहब की वजह से कोई पीछे न छूटे, सभी को आगे बढ़ने के समान अवसर मिले, सभी अपने सपने पूरे करें। सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास ये मंत्र मूल आधार है। देश की नीयत और नीतियों में यही संकल्प झलकता है। मैं उन सभी शिक्षकों का भी आभारी हूं, जिन्होंने एएमयू के माध्यम से इन 100 वर्षों में अपनी शिक्षाओं का प्रसार किया। अभी कोरोना के इस संकट के दौरान भी AMU ने जिस तरह समाज की मदद की, वो अभूतपूर्व है। हजारों लोगों का मुफ्त टेस्ट करवाना, आइसोलेशन वार्ड बनाना, प्लाज्मा बैंक बनाना और पीएम केयर फंड में बड़ी राशि का योगदान देना, समाज के प्रति आपके दायित्वों को पूरा करने की गंभीरता को दिखाता है।’
बता दें 56 साल बाद यह पहला मौका है जब किसी प्रधानमंत्री ने AMU के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। पिछली बार 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने यहां एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। AMU का 100 साल पूरे होने पर यह विशेष कार्यक्रम हुआ, जिसे पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। यह कार्यक्रम सोशल मीडिया और एएमयू के आधिकारिक चैनलों पर लाइव दिखाया गया। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और सैयदना मुफदालल सैफुद्दीन, एएमयू के कुलपति भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें
आज एएमयू से तालीम लेकर निकले लोग भारत के सर्वश्रेष्ठ स्थानों के साथ ही दुनिया के सैकड़ों देशों में छाए हैं। एएमयू के पढ़े लोग दुनिया में कहीं भी हों, भारत की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं।