नेतन्याहू सरकार गिरी:इजराइल में 2 साल में चौथा चुनाव होगा, गठबंधन सरकार सिर्फ 7 महीने चली
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार मंगलवार को गिर गई। अब यह साफ हो गया है कि देश में अगले साल फिर चुनाव होंगे। दो साल में यह चौथा मौका है जब इजराइली नई सरकार के लिए वोटिंग करने निकलेंगे। नेतन्याहू की लिकुड और रक्षा मंत्री बेनी गेंत्ज की ब्लू एंड व्हाइट पार्टी ने मई में गठबंधन सरकार बनाई थी, क्योंकि उस चुनाव में किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था।
23 मार्च को हो सकते हैं चुनाव
CNN की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नेतन्याहू की सरकार पर संकट पिछले महीने ही मंडराने लगे थे। गठबंधन नेता गेंत्ज का आरोप था कि नेतन्याहू देश से ज्यादा फोकस अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों से निपटने में कर रहे हैं। एक और दिक्कत यह है कि अब तक केंद्रीय बजट भी पास नहीं हो सका है। रिपोर्ट के अनुसार, अगले साल 23 मार्च को नए चुनाव कराए जा सकते हैं।
एक-दूसरे पर ठीकरा
सरकार गिरने के बाद नेतन्याहू ने गठबंधन सहयोगी गेंत्ज पर निशाना साधा। कहा- ब्लू एंड व्हाइट पार्टी और उसके नेता हमारे बीच हुए समझौते से मुकर गए। कोई इजराइली नहीं चाहता कि बार-बार चुनाव हों। कोरोना की वजह से वैसे ही परेशानियां बहुत ज्यादा हैं। इकोनॉमिक चैलेंज भी हैं। लेकिन, चुनाव तो कराना ही होंगे।
इजराइल में वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है। खुद नेतन्याहू ने शनिवार को कोरोना वैक्सीन लगवाई। उन्होंने कहा- हम नहीं चाहते कि इस वक्त चुनाव हों। लेकिन, हम इससे डरते भी नहीं, क्योंकि मेरी पार्टी की जीत तय है। गठबंधन में सहयोगी ब्लू एंड व्हाइट पार्टी के नेता बेनी गेंत्ज ने कहा- नेतन्याहू ने अपने फायदे के लिए देश को मुश्किल में डाल दिया है। इस वक्त उन्हें लोगों के भले और देश की इकोनॉमी को बेहतर करने के लिए काम करना चाहिए था।
सरकार गिरना तो तय था
सात महीने पहले जब नेतन्याहू और गेंत्ज ने गठबंधन सरकार का फैसला किया था, तभी कयास लगने लगे थे कि यह सरकार कितने दिन चलेगी। खुद गेंत्ज ने इसे ‘इमरजेंसी अलायंस’ बताया था।
मई में दोनों दलों ने एक कॉमन प्रोग्राम के जरिए सरकार बनाने पर सहमित जताई थी। एक डील भी हुई थी। इसके तहत नेतन्याहू पहले 18 महीने प्रधानमंत्री रहेंगे। अगले 18 महीने गेंत्ज पीएम होंगे। सरकार बनने के बाद से ही दोनों पार्टियों के कई बार मतभेद सामने आ चुके थे।