राजनाथ बोले, सीमा पर कम नहीं होगी सैनिक संख्या
नई दिल्ली । बीते कई माह से जारी भारत-चीन सीमा विवाद से बीच आज एक इंटरव्यू में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जब तक सीमा विवाद का हल नहीं निकल जाता है, तब तक भारत-चीन सीमा पर सैनिकों की संख्या में कोई कमी नहीं की जाएगी। रक्षा मंत्री ने कहा कि चीन सीमा से लगे इलाकों में काफी विकास के काम कर रहा है। साथ ही भारत भी जवानों के लिए तेजी से इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा है। राजनाथ सिंह ने कहा कि हम किसी देश पर हमले के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं बढ़ा रहे हैं, अपने लोगों की सहूलियत बढ़ाने के लिए विकास कर रहे हैं।
देश के आत्मसम्मान पर चोट सहन नहीं
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत आत्म सम्मान को चोट पहुंचाने वाली कोई भी हरकतें सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि नरम होने का ये मायने नहीं है कि कोई भी हमारे गौरव पर हमला करेगा और हम चुपचाप इसे देखेंगे। भारत अपने गौरव के साथ कोई समझौता नहीं करेगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली है, राष्ट्रीय सुरक्षा केंद्र सरकार की प्राथमिकता में रहा है। हम अपने सुरक्षाबलों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मुहैया करा रहे हैं।
जो हमें छेड़ेगा, उसे छोड़ेंगे नहीं
रक्षा मंत्री ने कहा कि सीमा पर चीन और पाकिस्तान की चालबाजियों पर कहा कि जो हमें छेड़ेगा, हम उसे छोड़ेंगे नहीं। भारत चीन के बीच सीमा विवाद से सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। दोनों देशों के बीच वार्ता जारी है, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। आगे सैन्य स्तर की आधिकारिक चर्चा कभी भी हो सकती है। राजनाथ सिंह ने कहा कि अभी तक की चर्चा को कोई सकारात्मक नतीजा नहीं आया है, यथास्थिति बरकरार है और मुझे नहीं लगता कि यथास्थिति बने रहना अच्छी स्थिति है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने इंटरव्यू के दौरान किसान आंदोलन से जुड़े सवालों पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सिख भाइयों ने हमेशा भारतीय संस्कृति की रक्षा की है। देश के आत्मसम्मान को बचाने में उनके योगदान को याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का किसानों के साथ असंवेदनशील होने का सवाल ही नहीं उठता है। किसान प्रदर्शन कर रहे हैं, इससे केवल मुझे पीड़ा नहीं हो रही है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसे लेकर दुखी हैं। देश में कुछ सियासी ताकतें किसानों में भ्रम पैदा करने का काम किया है। हमने भी कई किसानों से बातचीत की है। कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रुडो द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन में दिए गए बयान पर राजनाथ सिंह ने कहा कि किसी दूसरे देश के प्रधानमंत्री को भारत के आंतरिक मामलों बोलने का हक नहीं, उन्हें भारत के आंतरिक मामलों हस्तक्षेप बंद करना चाहिए।