BCCI की मीटिंग में फैसला इस साल रणजी या विजय हजारे में से कोई एक टूर्नामेंट होगा, मार्च से होगा महिलाओं का घरेलू क्रिकेट
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) की अपेक्स काउंसिल ने घरेलू क्रिकेट को लेकर मीटिंग की। इसमें रणजी और विजय हजारे टूर्नामेंट को लेकर फिर फैसला टल गया है। हालांकि, यह क्लियर कर दिया गया है कि कोरोना के कारण इस बार दोनों में से कोई एक ही टूर्नामेंट कराया जा सकता है। वहीं, महिलाओं का घरेलू क्रिकेट मार्च से शुरू हो सकता है।
कोरोना के करीब 10 महीने बाद भारत में घरेलू क्रिकेट की वापसी हो चुकी है। 10 जनवरी से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेली जा रही है। यह टी-20 टूर्नामेंट बायो-बबल में खेला जा रहा है, जो 31 जनवरी तक चलेगा। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 14वां सीजन मार्च-अप्रैल में होना है। ऐसे में बोर्ड लीग के लिए भी विंडो खाली रखना चाहता है।
गांगुली रणजी कराने के पक्ष में
BCCI के एक सीनियर ऑफिसर ने न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘अध्यक्ष (सौरव गांगुली) इस सीजन में रणजी ट्रॉफी कराने पक्ष में थे, जबकि कुछ दूसरे सदस्य विजय हजारे ट्रॉफी (50-50 ओवर का फॉर्मेट) कराने की बात कर रहे थे। ऐसे में किसी टूर्नामेंट को लेकर सहमति नहीं बन सकी। दोनों में से कोई एक ही टूर्नामेंट होगा, जिसका फैसला इसी हफ्ते के आखिर में लिया जा सकता है।’’
वुमन्स इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी की भी उम्मीद
ऑफिसर ने कहा, ‘‘महिलाओं का पूरा घरेलू क्रिकेट सीजन कराया जाएगा। वुमन्स इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी के लिए भी बात की जा रही है। इनमें से इंग्लैंड और श्रीलंका की टीम के भारत दौरे पर आने की उम्मीद है।’’ इसी साल अक्टूबर में भारत की मेजबानी में होने वाले पुरुष टी-20 वर्ल्ड कप को लेकर BCCI को सरकार से टैक्स में छूट की बात करनी है। मीटिंग में इस मुद्दे पर भी बात की गई।