भारत vs इंग्लैंड टेस्ट सीरीज:चेपक स्टेडियम में 22 साल से नहीं हारी टीम इंडिया, पहली टेस्ट जीत भी यहीं मिली थी

ऑस्ट्रेलिया को उसकी जमीन पर हराने के बाद अब टीम इंडिया के सामने अपने घर में इंग्लैंड की चुनौती है। चार टेस्ट की सीरीज के पहले दो मुकाबले 5 फरवरी से चेन्नई के एम चिदंबरम स्टेडियम यानी चेपक में खेले जाएंगे। चेपक में भारत का शानदार रिकॉर्ड रहा है। इस ग्राउंड को टीम इंडिया का गाबा कहा जा सकता है।
चेपक में भारतीय टीम पिछले 22 साल से एक भी टेस्ट नहीं हारी है। भारत को यहां आखिरी बार जनवरी 1999 में पाकिस्तान के हाथों 12 रन से हार झेलनी पड़ी थी। इसके बाद टीम इंडिया यहां आठ टेस्ट मैच खेल चुकी है। इनमें पांच में भारत को जीत मिली और तीन ड्रॉ रहे हैं।
1952 में दर्ज की पहली टेस्ट जीत
भारतीय क्रिकेट टीम को अपने टेस्ट इतिहास की पहली जीत भी चेपक में ही मिली है। 1952 में भारत ने यहां विजय हजारे की कप्तानी में इंग्लैंड को पारी और 8 रनों से हराया था। पॉली उमरीगर (130 रन) और पंकज रॉय (111 रन) ने शतक जमाए थे। वीनू मांकड ने मैच में 12 विकेट लिए थे। इंग्लैंड की पहली पारी में उन्होंने 8 विकेट लिए थे।
सितंबर 1986 में ऑस्ट्रेलिया से खेला था टाई
टीम इंडिया को टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा जीत भी चेपक स्टेडियम में ही मिली है। यहां भारतीय टीम ने 32 मैचों में से 14 में जीत हासिल की है। 11 मुकाबले ड्रॉ रहे। 6 में हार मिली। भारतीय टेस्ट इतिहास का इकलौता टाई मैच भी इसी स्टेडियम में खेला गया था। भारत ने यह टाई मैच सितंबर 1986 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था।
इंग्लैंड के खिलाफ यहां जीत की हैट्रिक
चेपक में भारत और इंग्लैंड के बीच अब तक 9 टेस्ट खेले गए। इसमें भारतीय टीम ने 6 मैचों में जीत हासिल की है। इंग्लैंड ने 2 टेस्ट जीते, जबकि एक मुकाबला ड्रॉ रहा। भारतीय टीम ने इस मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ पिछले 3 टेस्ट जीते हैं।
साल | नतीजा |
1934 | इंग्लैंड 202 रन से जीता |
1952 | भारत पारी और 8 रन से जीता |
1973 | भारत 4 विकेट से जीता |
1977 | इंग्लैंड 200 रन से जीता |
1982 | टेस्ट ड्रॉ |
1985 | इंग्लैंड 9 विकेट से जीता |
1993 | भारत पारी और 22 रन से जीता |
2008 | भारत 6 विकेट से जीता |
2016 | भारत पारी और 75 रन से जीता |
घरेलू मैदान पर सबसे बड़े लक्ष्य का सफल पीछा
टीम इंडिया ने घरेलू मैदान पर सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत का रिकॉर्ड चेपक में ही बनाया है। 2008 में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथी पारी में चार विकेट खोकर 387 रन बनाकर जीत हासिल की थी। सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 103 और युवराज सिंह ने नाबाद 85 रन बनाए थे। विदेशी जमीन पर भारत ने सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करने का रिकॉर्ड 1976 में बनाया था। तब वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में हमारी टीम ने चौथी पारी में चार विकेट पर 406 रन बनाकर मैच जीता था।