माइक्रोसॉफ्ट की प्लानिंग:ऑनलाइन पोर्टफोलिया को बढ़ाने पिंट्रेस्ट को खरीद सकती है, महामारी में पिंट्रेस्ट की वैल्यू 600% तक बढ़ी
माइक्रोसॉफ्ट द्वारा सोशल मीडिया फर्म पिंट्रेस्ट को खरीदने की खबरें आ रही हैं। पिंट्रेस्ट की वैल्यू 51 बिलियन डॉलर (करीब 3.7 लाख करोड़ रुपए) है। द फाइनेंशियल टाइम्स के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट अपने क्लाउड कम्प्यूटिंग प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन कम्युनिकेशन का एक पोर्टफोलियो बनाने के लिए पिंट्रेस्ट को खरीदना करना चाहती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी से जुड़े सोर्स ने इस बात की जानकारी दी है। हालांकि, अभी इस मामले पर माइक्रोसॉफ्ट और पिंट्रेस्ट दोनों ने ऑफिशियल कमेंट करने से मना कर दिया है। कोविड महामारी के दौरान पिंट्रेस्ट की मार्केट वैल्यू 600% तक बढ़ गई है।
माइक्रोसॉफ्ट ने पहले भी कई कंपनियां खरीदीं
माइक्रोसॉफ्ट इससे पहले लिंक्डइन को 26 बिलियन डॉलर (करीब 1.8 लाख करोड़ रुपए) और गिटहब को 7.5 बिलियन डॉलर (करीब 54 हजार करोड़ रुपए) में खरीद कर चुकी है। माइक्रोसॉफ्ट ने पिछले साल प्राइवेट गेमिंग कंपनी जेनीमैक्स (ZeniMax) को 7.5 बिलियन डॉलर (करीब 54 हजार करोड़ रुपए) दिए थे। उसने टिकटॉक को खरीदने की कोशिश की थी, लेकिन ये डील नहीं हो पाई थी।
पिंट्रेस्ट का अमेरिका में रेवेन्यू 67% बढ़ा
पिंट्रेस्ट ने पिछले सप्ताह 2020 के आखिरी क्वार्टर की फाइनेंशियल रिपोर्ट पेश की थी। उसके मुताबिक, कंपनी ने 706 मिलियन डॉलर (5.4 हजार करोड़ रुपए) का रेवेन्यू जनरेट किया है। कंपनी का अमेरिका में रेवेन्यू साल-दर-साल के आधार पर 67% बढ़कर 582 मिलियन डॉलर (करीब 4.2 हजार करोड़ रुपए) हो गया। वहीं, इंटरनेशनल रेवेन्यू 145% बढ़कर 123 मिलियन डॉलर (करीब 895 करोड़ रुपए) रहा। पिंट्रेस्ट के यूजर्स की संख्या 46% बढ़कर 361 मिलियन (36 करोड़) से ज्यादा हो चुकी है।
सोशल मीडिया फर्म को फ्री स्पीच पर कानूनों की जरूरत
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने कहा कि फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब जैसे सोशल प्लेटफॉर्म या मल्टीनेश्नल कंपनियों को दुनियाभर की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए अपनी एकतरफा पॉलिसी को छोड़ना होगा। लोकतांत्रिक देशों में ये पॉलिसी स्थाई तौर लागू नहीं की जा सकती। मल्टीनेश्नल कंपनियों को अपने लिए कानूनी तौर-तरीकों का एक खाका बनाना होगा, जो हमें अमेरिका जैसी लोकतांत्रिक प्रणाली के अनुकूल रख सकें।