किराना दुकान में बेचा जा रहा सार्वजनिक वितरण प्रणाली का अनाज, 80 फीसद कार्ड फर्जी
जबलपुर। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत शासकीय उचित मूल्य दुकानों में सप्लाई राशन की कालाबाजारी की जा रही है। राम मनोहर लोहिया वार्ड क्रमांक आठ स्थित एक उचित मूल्य दुकान संचालक पर राशन की कालाबाजारी के आरोप लगाए गए हैं। क्षेत्रीय नागरिकों ने राशन की कालाबाजारी की शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय भेजी है। उनका कहना है कि राशन दुकान से संबंधित 80 फीसद से ज्यादा राशन कार्ड फर्जी हैं जिनकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों की मिलीभगत से दुकान संचालक 15 रुपये प्रति किलोग्राम गेहूं, 18 रुपये किलो चावल, 50 रुपये किलो दाल और 50 रुपये प्रति लीटर के भाव से केरोसिन की खेप किराना दुकान में बेची जा रही है। दुकान संचालक का यह कृत्य गरीब नागरिकों के हक पर डाका डालने के समान है।
कार्डधारियों का हो भौतिक सत्यापन : शिकायतकर्ता नागरिकों का कहना है कि राशन दुकान से संबंधित राशन कार्ड धारकों का भौतिक सत्यापन कर हकीकत का पता लगाया जा सकता है। दुकान संचालक राशन की कालाबाजारी करने के लिए लोगों को 20-20 रुपये देकर मशीन में अंगूठा लगवाता है। जिसके बाद राशन, केरोसिन आदि को किराना दुकान के माध्यम से ठिकाने लगाया जाता है। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि राशन दुकान में अनाज की कालाबाजारी में व्यवधान न होने पाए इसलिए एक धर्मस्थल परिसर में दुकान का संचालन किया जा रहा है।
इधर, सहकारी कर्मचारियों ने मांगा कमीशन : बेमियादी हड़ताल पर आमादा सेवा सहकारी समितियों और सहकारी उपभोक्ता भंडार कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। राशन दुकानदार सहकारिता संघ द्वारा सोमवार को प्रभारी मंत्री को ज्ञापन सौंपा गया। कर्मचारियों ने ज्ञापन के माध्यम से सरकारी राशन दुकान का किराया, गोदाम का किराया, बिजली का बिल, स्टेशनरी खर्च, मोबाइल डाटा खर्च दिए जाने की मांग की है। यह भी कहा कि कर्मचारियों का कमीशन बढ़ाया जाए। लाकडाउन अवधि में राशन का निश्शुल्क वितरण किया गया था, उसका कमीशन भी अब तक नहीं मिला है।