ECB अधिकारियों ने BCCI से कहा-हमारे बल्लेबाज सीधी गेंदों पर आउट हुए
भारत ने तीसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 10 विकेट से हरा दिया। मुकाबला दो दिन में ही खत्म हो गया। इससे देश-विदेश में टीम इंडिया की तारीफ तो हो रही है, लेकिन साथ ही मोटेरा की पिच की जमकर आलोचना भी हो रही है। यहां तक कहा गया कि BCCI ने दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम तो बना लिया लेकिन उसे टेस्ट मैच के लायक पिच बनाना नहीं आया।
आशंका थी कि इंग्लैंड की टीम और वहां का क्रिकेट बोर्ड मोटेरा की पिच की शिकायत कर सकते हैं। हालांकि, राहत की बात यह है कि इंग्लैंड पिच को लेकर हो-हल्ला मचाने के मूड में नहीं है। न ही पिच को लेकर कोई आधिकारिक शिकायत की जाएगी।
BCCI के शीर्ष अधिकारी की हुई ECB के CEO और चेयरमैन से बात
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से जुड़े सूत्रों ने बताया कि बोर्ड में काफी ऊंचे पद पर मौजूद अधिकारी की टेस्ट मैच के बाद ECB के CEO टॉम हैरिस और चेयरमैन इयान वाटमोर से बात हुई है। दोनों का यही कहना है कि पिच खराब नहीं थी। ज्यादातर बल्लेबाज सीधी गेंद पर आउट हुए न कि टर्निंग बॉल पर। इस पिच पर इससे बेहतर बल्लेबाजी की जा सकती थी।
पिच खराब तो बिना विकेट खोए 49 रन कैसे बने
गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के एक अधिकारी ने पिच की आलोचना को निराधार बताया। उन्होंने नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि अगर पिच खराब थी तो भारत ने दूसरी पारी में बिना विकेट खोए 49 रन कैसे बना लिए। इसके अलावा भारतीय टीम अपनी पहली पारी में एक समय 2 विकेट पर 98 रन बना चुकी थी। खराब पिच पर यह संभव नहीं है।
जो रूट ने पिच को नहीं गेंद की को ठहराया जिम्मेदार
इंग्लैंड टीम के कप्तान जो रूट ने भी हार का ठीकरा पिच पर नहीं फोड़ा है। उन्होंने मैच के बाद कहा कि गेंद पर लैकर के एक्स्ट्रा लेयर ने परेशानी बढ़ाई। उन्होंने कहा कि इससे गेंद स्किड कर रही थी और ऑफ द विकेट ज्यादा तेज आ रही थी। रूट के मुताबिक उनकी टीम को टॉस जीतने का फायदा उठाना चाहिए था और पहली पारी में 250 रन से ऊपर का स्कोर खड़ा करना चाहिए था।
कई दिग्गज क्रिकेटरों ने की है पिच की आलोचना
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने तीसरे मैच की पिच को टेस्ट क्रिकेट के लिए खराब बताया था। उन्होंने कहा कि मैच भले ही रोमांचक हुआ है, लेकिन ऐसी पिचें टेस्ट क्रिकेट के लिए ठीक नहीं है। भारत के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने भी पिच की आलोचना की। उन्होंने कहा कि अगर अनिल कुंबले और हरभजन सिंह को ऐसी पिचें मिलतीं वे 1000 और 800 विकेट लेते।
मैच में बने सिर्फ 387 रन
इस टेस्ट मैच में दो दिन 140.2 ओवर का खेल हुआ और सिर्फ 387 रन बने। मैच में 30 विकेट गिरे। इंग्लैंड के 20 विकेटों में से 19 विकेट भारतीय स्पिनर्स ने लिए।