आईफोन 12 मिनी के प्रोडक्शन में हो सकती है 70% से ज्यादा कटौती, मार्केट में इसकी डिमांड सबसे कम
अमेरिकन टेक कंपनी एपल इस साल की पहली छमाही में आईफोन 12 मिनी के प्रोडक्शन में कटौती करने की प्लानिंग कर रही है। निक्केई एशिया की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी इस हैंडसेट के प्रोडक्शन में 70% या उससे अधिक की कटौती कर सकती है। एपल ने दिसंबर से अपने सभी आईफोन मॉडल के ऑर्डर में लगभग 20% कटौती की थी।
आईफोन 12 सीरीज के कम्पोनेंट सुरक्षित करने का प्लान
कंपनी ने पिछले साल अपने सप्लायर्स से 96 मिलियन हैंडसेट (करीब 9.6 करोड़) के लिए कम्पोनेंट और पार्ट्स को सुरक्षित करने के लिए कहा था। इसमें आईफोन 12 सीरीज के सभी हैंडसेट शामिल थे। इसमें कंपनी के पहले 5G अनेबल फोन के पार्ट्स 2021 के पहले 6 महीने के लिए शामिल है। इसमें आईफोन 11 और आईफोन SE मॉडल भी शामिल है।
एपल ने अपने कुछ सप्लायर्स को साल की पहली छमाही के लिए 100 मिलियन (करीब 10 करोड़) आईफोन के कम्पोनेंट्स की जरूरत के लिए भी कहा है। ताकि कम्पोनेंट्स की वजह से ग्लोबली प्रोडक्शन कैपेसिटी कम ना हो।
7.5 करोड़ आईफोन प्रोडक्शन का टारगेट
कंपनी अब लगभग 75 मिलियन (करीब 7.5 करोड़) यूनिट के प्रोडक्शन का टारगेट बना रही है। ये पिछले साल इसी अवधि में आईफोन शिपमेंट से थोड़ा अधिक है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने सप्लायर्स को बताया है कि वो 2021 के लिए 230 मिलियन (करीब 23 करोड़) आईफोन बनाने का प्लान कर रही है। ये पिछले साल से 11% अधिक होगा।
खराब डिमांड का असर आईफोन 12 मिनी के प्रोडक्शन पर
हाल ही में जेपी मॉर्गन चेज ने अपनी एक पूर्वानुमान रिपोर्ट में कहा था कि एपल आईफोन मिनी की खराब डिमांड की वजह से साल के दूसरे क्वार्टर में इसका प्रोडक्शन बंद कर सकती है। रिपोर्ट में ये भी कहा गया था कि कंपनी आईफोन 12 सीरीज के साथ नेक्स्ट जनरेशन आईफोन 2021 की दूसरी छमाही में लॉन्च कर सकती है।
एनालिस्ट के मुताबिक, आईफोन 12 प्रो मैक्स की सेल्स को कंपनी 11 मिलियन (करीब 1.10 करोड़) यूनिट्स तक बढ़ा सकती है। वहीं, आईफोन 12 प्रो की 2 मिलियन (करीब 20 लाख) यूनिट और आईफोन 11 की 8 मिलियन (करीब 80 लाख) यूनिट् बढ़ा सकती है।