इंग्लैंड के खिलाफ घर में लगातार छठी सीरीज जीतने का मौका, चोटिल अय्यर की जगह पंत या सूर्यकुमार खेल सकते हैं
टेस्ट और टी-20 सीरीज जीतने के बाद टीम इंडिया अब इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज पर कब्जा जमाने के लिए तैयार है। 3 वनडे की सीरीज का पहला मैच टीम इंडिया ने 66 रन से जीता था। अब दूसरा मुकाबला थोड़ी देर में पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के स्टेडियम में खेला जाएगा। चोटिल श्रेयस अय्यर की जगह इस मैच में ऋषभ पंत या सूर्यकुमार यादव में से किसी एक को मौका मिल सकता है।
भारतीय टीम अगर यह मैच जीत जाती है तो वह घर में इंग्लैंड के खिलाफ लगातार छठी द्विपक्षीय सीरीज जीत लेगी। टीम इंडिया ने घर में मार्च 2006 में इंग्लैंड को 5-1 से वनडे सीरीज में शिकस्त दी थी। इसके बाद से इंग्लिश टीम के खिलाफ लगातार 5 वनडे सीरीज जीती है।
भारतीय टीम 29 साल से घर में इंग्लैंड से नहीं हारी
पिछली बार टीम इंडिया ने जनवरी 2017 में अपने घर में इंग्लैंड को वनडे सीरीज में 2-1 से हराया था। साथ ही भारतीय टीम घर में इंग्लैंड से 29 साल से द्विपक्षीय वनडे सीरीज में हारी नहीं है। मौजूदा सीरीज जीतने के साथ ही यह रिकॉर्ड भी कायम रहेगा। पिछली बार इंग्लैंड ने दिसंबर 1984 में 4-1 से सीरीज जीती थी।
लगातार 5वीं बार साल की पहली वनडे सीरीज जीतने का मौका
टीम इंडिया की यह साल की पहली वनडे सीरीज है। यदि टीम यह मैच जीतती है, तो लगातार 5वीं बार साल की पहली वनडे सीरीज जीतेगी। भारतीय टीम 2017 से लगातार साल की अपनी पहली वनडे सीरीज जीतती आ रही है। पिछली बार जनवरी 2020 में अपने घर में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया था। टीम इंडिया आखिरी बार 2016 में साल की पहली वनडे सीरीज हारी थी। तब ऑस्ट्रेलिया के हाथों उसी के घर में 4-1 से सीरीज गंवाई थी।
लगातार दो सीरीज में हार के बाद पहली जीत होगी
यदि भारतीय टीम यह मैच जीतती है, तो वह लगातार 2 वनडे सीरीज में हार के बाद पहली बार जीत का स्वाद चखेगी। पिछली दो सीरीज में भारत को फरवरी 2020 में न्यूजीलैंड और नवंबर में ऑस्ट्रेलिया ने शिकस्त दी थी। घर में भारतीय टीम ने पिछली दो सीरीज जीती हैं। उसने दिसंबर 2019 में वेस्टइंडीज और जनवरी 2020 में ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त दी थी। ऐसे में घर में लगातार तीसरी जीत होगी।
हेड-टू-हेड
- इंग्लैंड और टीम इंडिया के बीच अब तक 18 द्विपक्षीय वनडे सीरीज खेली गई हैं। 9 में भारत को जीत मिली, जबकि इंग्लैंड ने 7 जीतीं। 2 सीरीज ड्रॉ रहीं।
- भारत में दोनों टीमों के बीच 9 द्विपक्षीय सीरीज खेली गईं। इसमें टीम इंडिया ने 6 और इंग्लैंड ने एक सीरीज जीती है। दो सीरीज ड्रॉ रहीं।
- दोनों टीम के बीच अब तक 101 टी-20 खेले गए, जिसमें इंडिया ने 54 और इंग्लिश टीम ने 42 मैच जीते। 3 मुकाबले बेनतीजा और एक टाई रहा।
- टीम इंडिया ने घर में इंग्लैंड से 49 वनडे खेले, जिसमें से 32 में जीत दर्ज की। 16 वनडे में हार मिली और 1 मैच टाई रहा।
भारतीय टीम में 2 बदलाव हो सकते हैं
टीम इंडिया की विनिंग प्लेइंग-11 में 2 बदलाव देखने को मिल सकते हैं। पहले वनडे में चोटिल हुए श्रेयस अय्यर की जगह ऋषभ पंत या सूर्यकुमार यादव को मौका मिल सकता है। वहीं, स्पिनर कुलदीप यादव की जगह युजवेंद्र चहल को शामिल किया जा सकता है। हालांकि इसकी उम्मीद बेहद कम है। पहले वनडे में कुलदीप ने 9 ओवर में 68 रन दिए थे और कोई विकेट नहीं मिला।
सीरीज के पहले वन डे में भारतीय टीम के टॉप-3 बल्लेबाजों ने मिलकर 182 रन बनाए थे। इनमें शिखर धवन ने 98, रोहित शर्मा ने 28 और विराट कोहली ने 56 रन की पारी खेली। जबकि इंग्लैंड के टॉप-3 बल्लेबाज 141 रन ही बना सके थे। इनमें जेसन रॉय ने 46, जॉनी बेयरस्टो ने 94 और बेन स्टोक्स ने 1 रन बनाया था।
धवन और बेयरस्टो नर्वस-90 का शिकार
भारतीय ओपनर शिखर धवन और इंग्लिश ओपनर जॉनी बेयरस्टो दोनों ही नर्वस-90 का शिकार हुए थे। बेयरस्टो ने 66 बॉल पर 94 रन की पारी खेली। वहीं, धवन ने 106 बॉल पर 98 रन बनाए। शतक बनाने के लिए 95 रन के बाद धवन इतना धीमा खेले कि वे अपने आखिरी 11 बॉल में सिर्फ 3 रन ही बना सके।
इंग्लिश टीम कप्तान मोर्गन और बिलिंग्स बाहर हो सकते हैं
इंग्लैंड की प्लेइंग-11 में 3 बदलाव हो सकते हैं। पहले वनडे में कप्तान ओएन मोर्गन और सैम बिलिंग्स चोटिल हो गए थे। सूत्रों की मानें तो मोर्गन फिट हो गए हैं। ऐसे में उनके खेलने की संभावना भी है। यदि किसी कारणवश मोर्गन नहीं खेलते हैं, तो जोस बटलर कप्तानी संभाल सकते हैं।
वहीं, सैम बिलिंग्स अभी पूरी तरह फिट नहीं हुए हैं। ऐसे में उनकी जगह डेविड मलान या लियाम लिविंग्स्टोन को मौका मिल सकता है। साथ ही पहले वनडे में फ्लॉप रहे फॉस्ट बॉलिंग ऑलराउंडर टॉम करन को बाहर कर तेज गेंदबाज रीच टॉपले को मौका मिल सकता है।
मौसम और पिच रिपोर्ट
पुणे में मैच के दौरान आसमान साफ रहेगा। तापमान 22 से 38 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान है। पिच पूरी तरह पाटा है यानी यहां पहले वनडे की तरह ही बल्लेबाजों को मदद मिलेगी। तेज गेंदबाजों को स्विंग मिल सकती है। यहां टीम टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करना पसंद करेगी। हालांकि पहले वनडे में चेज करते हुए इंग्लैंड हारी थी। अच्छी शुरुआत के बावजूद इंग्लैंड ने लगातार विकेट गंवाकर जीता हुआ मैच भी गंवा दिया था।