उपचुनाव में होगा सियासी सेनापतियों का इिम्तहान:कांग्रेस ने मंत्रियों को तो भाजपा ने केंद्रीय मंत्री से लेकर सांसदों तक को मैदान में उतारा
राज्य की तीन विधानसभा सीटों पर 17 अप्रैल को होने वाले उपचुनाव में प्रत्याशियों के अलावा कांग्रेस और भाजपा के सियासी सेनापतियों का भी इम्तिहान होने जा रहा है। इस इम्तिहान में कौन पास और कौन फेल होने जा रहा है, इसका नतीजा दो मई को आएगा। उसी के बाद दोनों ही पार्टियों के सियासी रणबांकुरों की सत्ता, संगठन में आगे की भूमिका तय होगी। कांग्रेस और भाजपा ने किन-किन नेताओं को किस-किस विधानसभा की जिम्मेदारी क्यों दी है। पूरी रिपोर्ट पढ़िए।
कांग्रेस : सहाड़ा में रघु, सुजानगढ़ में भाटी तो राजसमंद में आंजना-भाया ने की किलेबंदी
सहाड़ा : स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा भीलवाड़ा के प्रभारी मंत्री हैं। ब्राह्मण चेहरा भी हैं। इसको देखते हुए कांग्रेस ने रघु शर्मा को सहाड़ा विधानसभा सीट को जीताने की जिम्मेदारी दी है। रघु के स्तर पर ही सहाड़ा के लिए चुनावी रणनीति तय की जा रही है। कुछ महीनों से रघु इस क्षेत्र में लगातार दौरे और कैंप कर रहे हैं। यह सीट इससे पहले कांग्रेस के खाते में थी। इस सीट पर जीत के लिए प्रभारी मंत्री रघु शर्मा ने अपने सारे अस्त्र-शस्त्र निकाल दिए हैं, जिससे भाजपा को पटखनी दी जा सके।
राजसमंद : प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना को राजसमंद की कमान दी है। कांग्रेस इस सीट पर हर हाल में जीत दर्ज करना चाह रही है। इसके लिए पार्टी की ओर से पूरी ताकत लगा दी है। कांग्रेस ने आंजना के अलावा पिछले दिनों खान मंत्री प्रमोद जैन भाया को भी मैदान में उतार दिया है। चुनाव तक भाया राजसमंद में ही जमे रहेंगे। कांग्रेस के प्रदेश भारी अजय माकन के लिए भी यह सीट महत्वपूर्ण है। हालांकि लंबे समय से इस सीट पर भाजपा का दबदबा है।
सुजानगढ़ : उच्च शिक्षा और प्रभारी मंत्री भंवर सिंह भाटी को सुजानगढ़ विधानसभा सीट का दायित्व सौंपा है। इस सीट पर भाटी लगातार सक्रिय हैं। यह सीट भी कांग्रेस के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। भाटी ने भी पूरी तरह से चुनावी किलेबंदी कर रखी है। नाम तय होने के पहले से ही कांग्रेस प्रत्याशी ने यहां चुनावी प्रचार शुरू कर दिया था।
भाजपा : अर्जुन मेघवाल से लेकर कटारिया, राठौड़, गर्ग और दीया कुमारी पर खेला दांव
राजसमंद : भाजपा ने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को यहां लगाया है। कटारिया के अलावा सांसद दीया कुमारी, मदन दिलावर, विधायक सुरेंद्र राठौड़ को भाजपा प्रत्याशी को जिताने की कमान दी गई है, लेकिन चेहरे को तौर पर राजसमंद में दीया कुमारी सबसे महत्वपूर्ण है। क्योंकि राजसमंद में राजपूत समाज प्रभावशाली है। दीया कुमारी यहां सक्रिय भी हैं। पहले भी यह सीट भाजपा के खाते में ही थी।
सुजानगढ़ : भाजपा ने सुजानगढ़ को जीतने के लिए तीन नेताओं को मैदान में उतारा है। उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का यह गृह जिला है। पूरे जिले में राठौड़ का दबदबा है। हालांकि रिजर्व सीट होने के कारण केंद्रीय मंत्री अर्जुन लाल मेघवाल को भी लगाया है। साथ ही स्थानीय सांसद राहुल कस्वा को भी भूमिका सौंपी है। यह सीट इससे पहले कांग्रेस के खाते में थी। इनकी चुनावी रणनीति से भाजपा प्रत्याशी को कितना लाभ मिलेगा, यह देखना भी रोचक रहेगा।
सहाड़ा : भाजपा ने इस सीट को जीतने के लिए मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग को मैदान में उतारा है, जिनके वायरल ऑडियो ने पिछले दिनों खूब तहलका मचाया है। गर्ग के अलावा भीलवाड़ा सांसद सुभाष बहेड़िया, चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी, विधायक विट्ठल शंकर को पार्टी ने मैदान में उतारा है। चुनाव नतीजों के बाद इनके चुनावी कौशल को देखना दिलचस्प होगा। जंग जीतने के लिए कैबिनेट मंत्री रघु शर्मा के सामने ये किस तरह की रणनीति बना पाते हैं।