अमेजन के सीईओ के रूप में लिखा अंतिम खत:जेफ बेजोस ने दिए सफलता के दो सूत्र, कहा- उपभोग से ज्यादा पैदा करना सीखें, 21वीं सदी में समय ही सबसे बड़ी पूंजी होगी
अमेजन के संस्थापक 57 साल के जेफ बेजोस ने गुरुवार को सीईओ का पद छोड़ने से पहले शेयरधारकों को अंतिम चिट्ठी लिखी। 2020 में हर सेकंड 1.81 लाख रुपए कमाने वाले बेजोस ने चिट्ठी में कंपनी का विजन बताते हुए भविष्य में अपने 13 लाख कर्मचारियाें की सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर साथ देने का संकल्प भी जताया। यह भी बताया कि किस तरह वे अमेजन काे 120 लाख कराेड़ रुपए की कंपनी बनाएंगे। पेश है शेयरधारकाें काे लिखे पत्र के संपादित अंश…
बिना वैल्यू दिए कोई भी बिजनेस सफल नहीं होता, ग्राहक और उसकी संतुष्टि ही पहली प्राथमिकता
यदि आप बिजनेस में सफल होना चाहते हैं (जीवन में और हकीकत में भी), तो आपको उपभोग से अधिक पैदा करना सीखना होगा। आपका लक्ष्य उन सभी के लिए वैल्यू पैदा करना होना चाहिए, जिनके साथ आपका रोज का जुड़ाव होता है। कोई भी बिजनेस जो वैल्यू पैदा नहीं कर सकता, वह हमें भले ही सफल होता दिखाई दे रहा हो, लेकिन वह लंबे समय के लिए टिक नहीं सकता। हमारे लिए सर्वोपरि हमारा ग्राहक है। हम उन्हें कम कीमत, चयन के लिए बड़ी श्रृंखला और फास्ट डिलिवरी देते हैं। लेकिन हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि उनका समय कैसे बचाएं। बात जब ग्राहक की आती है, तो हमें समय से आगे चलना ही होगा।
अमेजन पर ग्राहक अपनी 28% खरीदारी 3 मिनट या उससे कम समय में पूरी करता है। और पूरी खरीद का आधा हिस्सा 15 मिनट से कम समय में खत्म हो जाता है। अगर इसकी तुलना हम पारंपरिक स्टोर पर खरीदी से करें तो ड्राइविंग कर स्टोर तक जाना, पार्किंग की जगह पाना, स्टोर में खरीदी के बाद चेकआउट लाइन के लिए इंतजार करना और अंत में अपनी कार ढूंढ़कर वापस घर तक आना। यानी सोचिए कि ग्राहक तमाम परेशानियों के बीच अपना कितना समय खर्च करता है। 21वीं सदी में समय की सबसे बड़ा धन होगा।
हम समय की बचत को ग्राहक के लिए वैल्यू में तब्दील करना सीखें। ग्राहक और उसकी संतुष्टि हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है। जहां तक कर्मचारियों की बातें हैं, तो मुझे अपने 13 लाख साथियों पर पूरा भरोसा है। उनकी लगन और समर्पण के कारण ही हम दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी और काम के लिए सबसे सुरक्षित जगह के रूप में पहचाने गए हैं।
वैसे हम पर अक्सर यह आरोप लगते रहते हैं कि हमारे यहां काम का ज्यादा दबाव ज्यादा रहता है, लेकिन मैं यह कहना चाहूंगा कि असली परीक्षा हमेशा दबाव में ही होती है। हमारे कर्मचारी घंटों तक अपनी सेवाएं देते हैं और हमें उन पर गर्व है। एंडी जेसी (नए सीईओ) भी इस बात से भली-भांति परिचित है।