PM Modi की अपील के बाद स्वामी अवधेशानंद बोले, कुंभ समाप्त नहीं हो रहा, सिर्फ स्नान प्रतीकात्मक
देश में तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण के बीच हरिद्वार में आयोजित कुंभ मेले को लेकर सवाल उठ रहे हैं। कारण कोरोना यहां भी फैल गया है। 51 से अधिक संत संक्रमित हो चुके हैं। दो का निधन हो चुका है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपील की है कि Haridwar Kumbh Mela यहां रोक दिया जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘आचार्य महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी अवधेशानंद गिरि जी से आज फोन पर बात की। सभी संतों के स्वास्थ्य का हाल जाना। सभी संतगण प्रशासन को हर प्रकार का सहयोग कर रहे हैं। मैंने इसके लिए संत जगत का आभार व्यक्त किया। मैंने प्रार्थना की है कि दो शाही स्नान हो चुके हैं और अब कुंभ को कोरोना के संकट के चलते प्रतीकात्मक ही रखा जाए। इससे इस संकट से लड़ाई को एक ताकत मिलेगी।’ पीएम मोदी की इस पहल को स्वामी अवधेशानंदजी का समर्थन मिला है। स्वामी अवधेशानंदजी ने ट्वीट किया, माननीय प्रधानमंत्री जी के आह्वान का हम सम्मान करते हैं ! जीवन की रक्षा महत पुण्य है।मेरा धर्म परायण जनता से आग्रह है कि कोविड की परिस्थितियों को देखते हुए भारी संख्या में स्नान के लिए न आएं एवं नियमों का निर्वहन करें। माना जा रहा है कि इसके बाद कुंभ मेला समाप्त कर दिया जाएगा।
इसके बाद स्वामी अवधेशानंद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोगों से अपील की कि भारी संख्या में कुंभ में न पहुंचे। उन्होंने कहा, कुंभ समाप्त नहीं हो रहा है, लेकिन अब आना वाला स्नान प्रतीकात्मक रूप में किया जाएगा। सिर्फ साधू संत ही स्नान करेंगे। जनता दूर रहे। कोरोना नियमों का पालन करें।
हरिद्वार से मिली जानकारी के मुताबिक, 11 साल बाद आयोजित हुए इस कुम्भ मेले में कोरोना ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है। कुंभ में शामिल साधुओं की जांच कराई गई, तो 30 साधु पॉजिटिव निकले। करीब 200 और साधुओं की जांच रिपोर्ट आज आनेवाली है। निरंजनी के अलावा आनंद अखाड़े ने भी अपने अखाड़े की ओर से कुंभ समाप्ति की घोषणा कर दी है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी अखाड़ों की घोषणा का स्वागत किया है। इस बीच, दुखद खबर यह भी मिली कि कोरोना संक्रमण से ग्रसित जगतगुरु डॉ.स्वामी श्याम देवाचार्य महाराज शुक्रवार को देवलोक गमन कर गए। जीवन के अंतिम समय तक सनातन धर्म की ध्वजा लहराते हुए वे हरिद्वार में कुंभ के दौरान पिछले दिनों कोरोना संक्रमित हो गए थे।