कई नेशनल अवॉर्ड जीतने वाली फिल्ममेकर का निधन:नहीं रहीं सुमित्रा भावे, पहली फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड जीता था, आखिरी फिल्म ‘दंगल’ जैसी फिल्मों पर भारी पड़ी थी
नेशनल अवॉर्ड विनर फिल्ममेकर सुमित्रा भावे का निधन हो गया है। वे 78 साल की थीं। लंबी बीमारी के बाद सोमवार को उन्होंने पुणे के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। 2017 में 64वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड के दौरान सुमित्रा और उनके को-डायरेक्टर सुनील सुथंकर के निर्देशन में बनी मराठी फिल्म ‘कासव’ (जोड़ी की आखिरी फिल्म) ने आमिर खान स्टारर ‘दंगल’ जैसी फिल्मों को पछाड़कर बेस्ट फीचर फिल्म का नेशनल अवॉर्ड अपने नाम किया था।
दशकों तक छाई रही सुमित्रा-सुनील की जोड़ी
12 जनवरी 1943 में सुमित्रा का जन्म पुणे, महाराष्ट्र में हुआ था। पुणे से ही उनकी शुरुआती शिक्षा हुई थी। 1985 में सुमित्रा ने शॉर्ट फिल्म ‘बाई’ (महिला) से फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। यह फिल्म 33वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड के दौरान बेस्ट नॉन फीचर फिल्म ऑन फैमिली वेलफेयर चुनी गई थी। 1995 में सुमित्रा ने सुनील सुथंकर के साथ कोलैबोरेशन किया और फिल्म ‘दोघी’ (दो बहनें) बनाई। इसे नेशनल अवॉर्ड (बेस्ट फिल्म ऑन अदर सोशल इश्यू) मिला।
2002 में आई इसी जोड़ी की ‘वास्तुपुरुष’ 50वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड के दौरान बेस्ट मराठी फिल्म चुनी गई। 2004 में आई उनकी ‘देवराई’ ने 52वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड के दौरान बेस्ट फिल्म ऑन एनवायरनमेंट कंजर्वेशन/प्रिजर्वेशन का अवॉर्ड अपने नाम किया। 2013 में आई उनकी फिल्म ‘संहिता’ ने 60वें नेशनल अवॉर्ड के दौरान दो अवॉर्ड अपने नाम किए।
उनकी अगली फिल्म ‘अस्तु’ थी, जिसके डायलॉग्स के लिए 61वें नेशनल अवॉर्ड के दौरान सुमित्रा को अवॉर्ड मिला। 64वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड के दौरान उनकी ‘कासव’ को बेस्ट फीचर फिल्म चुना गया।
करीब 14 फीचर फिल्में बनाई थीं
सुमित्रा ने अपने करियर में करीब 14 फीचर फिल्में, करीब 17 शॉर्ट फिल्में और टीवी सीरियल बनाए थे। कई नेशनल अवॉर्ड्स के साथ-साथ सुमित्रा ने 15 से ज्यादा महाराष्ट्र स्टेट फिल्म अवॉर्ड्स जीते थे। और भी कई नेशनल-इंटरनेशनल अवॉर्ड्स उन्होंने अपने नाम किए थे। फिल्ममेकर होने के साथ-साथ सुमित्रा सामाजिक कार्यकर्ता भी थीं। उन्होंने ऑल इंडिया रेडियों के लिए दिल्ली में मराठी न्यूज रीडर के तौर पर भी काम किया था।