कोरोना संक्रमित डाक्टर की जान बचाने बना 175 किमी लंबा ग्रीन कारिडोर, फिर एयरलिफ्ट कर पहुंचाया हैदराबाद
सागर। कोरोना मरीजों के साथ-साथ डाक्टरों की जान बचाने में भी सरकार की विशेष पहल सामने आई है। कोरोना मरीजों का इलाज करते हुए गंभीर रूप से संक्रमित हुए बुंदेलखंड मेडीकल कालेज के डाक्टर सतेंद्र मिश्रा के बेहतर इलाज के लिए हैदराबाद की एक टीम सोमवार को सुबह उन्हें एयर एंबुलेंस से हैदराबाद लेकर रवाना हो गई है। कलेक्टर दीपक सिंह ने बताया कि सागर भाग्योदय अस्पताल से लेकर भोपाल एयरपोर्ट तक 175 किलोमीटर लंबा ग्रीन काली रोड बनाया गया, जिसमें पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह द्वारा उपलब्ध कराया गया पुलिस बल की माहिती भूमिका रही। फिलहाल डाक्टर की हालत स्थिर बनी हुई है, सागर जिले के जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों के प्रयास से संयुक्त प्रयासों से उनका इलाज जारी है और जरूरत पड़ेंगी तो उनके लंग्स ट्रांसप्लांट होंगे।
बुंदेलखंड मेडीकल कालेज में कोरोना मरीजों का इलाज करते हुए गंभीर रूप से संक्रमित हुए एक डाक्टर के बचाने बीएमसी के डाक्टरों से लेकर जिले के जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी जुट गए हैं। संकट के दौर में बीएमसी में एक-एक डाक्टर की जान कीमती है, क्योंकि वह लंबे समय से सैंकड़ों मरीजों को इलाज कर रहे थे। इसलिए बीएमसी के डा. उमेश पटेल ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से लोगों से उनके बेहतर इलाज व लंग्स ट्रांसप्लांट कराने में मदद करने की अपील की थी। यह मैसेज वायरल होने के बाद सागर विधायक शैलेंद्र जैन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से संपर्क किया और शासन स्तर पर मदद करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने भी तत्तकाल सभी परमीशन कराते हुए हैदराबाद के डाक्टरों की टीम को सागर बुलाकर इलाज शुरू कराया।
रात करीब दो बजे से शुरू हुआ इलाज
विधायक शैलेंद्र जैन, कलेक्टर दीपक सिंह की पहल पर हैदराबाद के डॉक्टरों की एक विशेष टीम ने रविवार को देर रात सागर पहुंची। यहां डा. अपार जिंदल, लंग्स ट्रांसप्लांट यूनिट हैदराबाद की टीम ने डा सतेंद्र मिश्रा का गहन स्वास्थ्य परीक्षण किया एवं उनकी कुछ जांच की, लेकिन इंफेक्शन अधिक होने के कारण वह सुबह 5 बजे सागर से भोपाल और 8 बजे भोपाल से हैदराबाद लेकर रवाना हो गई। टीम उन्हें सुबह साढ़े 10 बजे के करीब हैदराबाद लेकर पहुंच गई। यहां जरूरत होने पर उनके फेफड़े बदले जाएंगे और वह जल्द स्वस्थ्य हो सकें इसलिए यहां उनका बेहतर से बेहतर इलाज किया जाएगा। डा. अपार जिंदल देश के बड़े डाक्टरों में शामिल हैं और उनके अस्पताल में सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित पलमोनरी सेंटर है, जहां लंग्स ट्रांसप्लांट होते हैं।
टीबी व चेस्ट स्पेशलिस्ट हैं डा. सतेंद्र
सागर जिले के लोगों के सामने इस मामले में मदद की गुहार लगाने वाले बीएमसी के डा. उमेश पटेल ने बताया कि बीएमसी में पदस्थ डा. सतेंद्र मिश्रा टीबी व चेस्ट स्पेशलिस्ट हैं, जो कोरोना काल में लगातार जिले के सैंकड़ों मरीजों का इलाज कर रहे थे। इस दौरान कोरोना के मरीजों का भी वह इलाज कर रहे थे, जिसमें वह संक्रमित हो गए। उन्होंने कहा कि जिले में आज एक-एक डाक्टर कीमती है जो प्रतिदिन कई मरीजों का इलाज कर उन्हें स्वस्थ्य करने का प्रयास कर रहे हैं। विधायक शैलेंद्र जैन, कलेक्टर दीपक सिंह सहित अन्य अधिकारियों की मदद के बाद हमारी प्रार्थना है कि वह जल्द स्वस्थ हों, क्योंकि पिछली कोरोना लहर के दौरान हमनें डा. शिवम उपाध्याय को खो दिया था। हालांकि इस मामले में भी मुख्यमंत्री, जिले के मंत्री और विधायकों को सहयोग मिला था।
मुंबई हेड आफिस से विशेष परमिशन लेकर रविवार को खोला गया बैंक
डा. मिश्रा को हैदराबाद में इलाज के लिए भेजने एयर एंबुलेंस की व्यवस्था करने जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भी पूरा सहयोग किया। कलेक्टर दीपक सिंह द्वारा बैंक आफ इंडिया के हेड आफिस मुंबई से विशेष परमिशन लेकर रविवार को कलेक्टर कार्यालय स्थित बैंक आफ इंडिया इंडिया की शाखा को खुलवाया और राशि का भुगतान कराया। कलेक्टर दीपक सिंह ने कहा कि डा. मिश्रा के बेहतर इलाज के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।