कोरोना टीकाकरण से बदली तस्वीर:ब्रिटेन में 7 माह बाद एक दिन में 4 मौत, मौतों की दर 70% घटी, जून तक लॉकडाउन से पूरी तरह बाहर निकलना चाहता है यूके
कोरोना की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान ने दुनिया में असर दिखाना शुरू कर दिया है। इसका ताजा उदाहरण ब्रिटेन में देखने को मिला है। 7 सितंबर को वहां 3 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन मौतों का आंकड़ा धीरे-धीरे बढ़ता गया। पर टीकाकरण शुरू होने के बाद अब वहां महामारी से सिर्फ 4 मौतें दर्ज हुई हैं, इसके साथ ही कोरोना से मरने वालों की दर पिछले सोमवार के मुकाबले 70% घट गई है। इसके अलावा ब्रिटेन में नए कोरोना मरीजों की रफ्तार भी करीब 17% कम हुई है।
पिछले हफ्ते वहां 3568 मरीज मिले थे, लेकिन बीते 24 घंटों में 2963 केस मिले हैं। टीकाकरण से उत्साहित ब्रिटेन अब अपने नागरिकों के लिए इस साल बूस्टर डोज लगाने की तैयारी में है। बूस्टर डोज से कोरोना के किसी भी वेरियंट से लड़ने में मदद मिलेगी।
स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने बताया कि हमें किसी भी हाल में जून तक लॉकडाउन से पूरी तरह बाहर निकलना है, इसलिए जुलाई के अंत तक देश में सभी वयस्कों को टीके की पहली डोज लगा दी जाएगी। 50 साल से ऊपर के सभी लोगों को देश में टीके लगाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब हम 17 मई तक किसी भी हाल में इंडोर और आउटडोर गतिविधियां शुरू करना चाहते हैं। इसके साथ ही इंटरनेशनल ट्रैवल भी खोलने की तैयारी में हैं।
दूसरी ओर, इजरायल भी टीकाकरण के बाद लॉकडाउन से आजाद हो गया है। वहां लोग एक बार फिर घर से चेहरे पर मास्क नहीं मुस्कुराहट लेकर निकलेंगे। दरअसल, इजरायल में 81% लोगों का टीकाकरण हो गया है, इसलिए मास्क पहनकर निकलने की अनिवार्यता वहां खत्म हो गई है। मास्क हटाने का आदेश देने वाला इजरायल संभवत: दुनिया का पहला देश है। हालांकि, विदेशियों की एंट्री और बिना टीका लगवाए इजरायली लोगों का प्रवेश वहां सीमित है। उन्हें आते ही क्वारंटीन किया जा रहा है।
अपनी ज्यादा से ज्यादा आबादी को वैक्सीन देने के मामले में भूटान केवल सेशेल्स से पीछे है, जो अपनी 67% आबादी को वैक्सीन दे चुका है। सेशेल्स की आबादी करीब एक लाख है। करीब 2 करोड़ की आबादी वाला दक्षिण अमेरिका का देश चिली भी वैक्सीनेशन की दौड़ में विकसित देशों से आगे है। चिली में करीब 40% आबादी को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है।