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जनपद में कई हिस्सों में हुई झमाझम बारिश, मौसम में ठंड बढ़ी

गर्मी और वनाग्नि से तप रहे जिले को बुधवार को हुई बारिश से काफी राहत मिली है। जिले के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हुई है। वहीं कुछ इलाकों में हल्की बौछारें हुईं हैं। बारिश के चलते तापमान में गिरावट आई है।

अल्मोड़ा में बुधवार की मध्यरात्रि करीब 1.25 बजे से बारिश शुरू हुई और सुबह नौ बजे तक रुक-रुक कर बारिश होती रही। बाद में मौसम खुला तो दोपहर में एक बार फिर से बौछारें पड़नें लगीं। इस दौरान तेज हवाएं भी चलतीं रहीं। अल्मोड़ा में तीन एमएम तक बारिश दर्ज की जा चुकी है। बारिश और ठंडी हवाओं के चलते लोगों को ठंड का अहसास फिर से होने लगा। इधर लमगड़ा और जैंती में भी हल्की बौछारें पड़ीं हैं।

सल्ट, भतरौंजखान, भिकियासैंण, स्याल्दे और मौलेखाल में भी हल्की बौछारें पड़ीं हैं जिससे तापमान में कुछ नमी आई है। जागेश्वर और धौलछीना में अच्छी बारिश दर्ज की गई है। मौसमी सब्जियों की अच्छी पैदावार होगी। साथ ही नाशपाती, आम, खुमानी आदि के लिए भी यह लाभदायक साबित होगी। बारिश होने से वन विभाग को राहत मिली। वनाग्नि पर काबू हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार 24 अप्रैल तक मौसम का मिजाज बदला रह सकता है।
कुछ स्थानों पर हुई ओलावृष्टि

अल्मोड़ा। जनपद में कुछ स्थानों पर शाम के समय ओलावृष्टि भी हुई है। जानकारी के अनुसार अल्मोड़ा नगर, तोली, जागेश्वर, आरतोला, मनीआगर आदि जगहों पर हल्की ओलावृष्टि हुई। (संवाद)
रेलाकोट में मकान पर गिरा पेड़
अल्मोड़ा। तेज हवाओं के चलते हवालबाग ब्लॉक के रेलाकोट गांव में एक बड़ा पेड़ मकान पर गिरा गया। पेड़ उखड़ा तो उसके साथ में एक बड़ा पत्थर मकान की छत को तोड़कर अंदर घुस गया। जब यह हादसा हुआ तब घर में दो बच्चे सो रहे थे। गनीमत है कि दोनों सही सलामत बच गए। घर के स्वामी मोहन कुमार ने बताया कि उनके घर के ऊपर करीब आठ पेड़ हैं। इनको कटवाने के लिए विभागीय अधिकारियों से भी कहा गया है लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई।
बारिश से जंगलों को राहत, पेयजल संकट भी कम होने की उम्मीद

रानीखेत/द्वाराहाट। विगत सात महीनों से पड़े सूखे के बाद बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। वहीं पेयजल संकट से जूझ रहे ग्रामीणों को इससे लाभ मिलने की उम्मीद है। लगातार बारिश होने के बाद मौसम भी खुशगवार हो गया है। अगली फसल की बुवाई के लिए किसानों को राहत मिलेगी। वहीं सूख चुके पानी के स्रोतों के लिए भी फायदा मिलने की उम्मीद है। पिछले सात माह से अच्छी बारिश नहीं हुई थी। मंगलवार रात से ही मौसम ने करवट बदलना शुरू कर दिया और झमाझम बारिश शुरू हो गई। सुबह भी बारिश चलती रही। हालांकि दोपहर में कई बार धूप भी खिली। दोपहर बाद फिर से गरज के साथ बूंदाबांदी शुरू हो गई थी। बारिश के कारण सबसे अधिक राहत जंगलों को मिली है। लगातार वन जल रहे थे। जंगलात ने भी बारिश से राहत की सांस ली है। इस बीच पूरी धुंध साफ होने से हरियाली दिखने लगी है। (संवाद)
बागेश्वर में बारिश, एक बार फिर लौटी ठंड

बागेश्वर। मंगलवार की रात और बुधवार को हुई बारिश से एक बार फिर ठंड लौट आई है। लोगों को गरम कपड़ों का सहारा लेना पड़ा है। बारिश से जंगलों की आग भी बुझ गई है।
मंगलवार रात को बागेश्वर और गरुड़ में बारिश हुई। बागेश्वर में 2.5 और गरुड़ में 5 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। कपकोट में रात बारिश नहीं हुई। बुधवार सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश होती रही। धरमघर, पचार क्षेत्र में काफी देर तक बारिश हुई। बारिश से बचने के लिए लोगों को छाता का सहारा लेना पड़ा। बुधवार दिनभर रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहा। दोपहर ढाई बजे बाद धूप निकल आई थी। हालांकि आसमान में बादल थे। लंबे समय बाद बारिश होने से जमीन को नमी मिली है। अधिकांश जगह गेहूं कट गए हैं। लोग खाली खेतों में अदरक आदि लगाने लगे हैं।

पेड़ गिरने से लाइन क्षतिग्रस्त, घंटों बाद आई 25 गांवों की बिजली
बागेश्वर। विजयपुर (कांडा) से बनलेख घर तक जाने वाली 33 हजार केवी की लाइन पर मंगलवार रात पेड़ टूटकर गिर गया। इससे 24 से अधिक गांवों की बिजली आपूर्ति रातभर बाधित रही। लीती क्षेत्र की बिजली भी मंगलवार रात से बाधित रही। बुधवार दिन में दो बजे बाद बिजली आपूर्ति सुचारु हुई।
आंधी-तुफान के कारण बिजली लाइनों पर कई जगहों पर पेड़ टूटकर गिर जा रहे हैं। उपभोक्ताओं के साथ-साथ विभाग को भी इससे नुकसान हो रहा है।

यूपीसीएल के ईई भाष्कर पांडेय ने बताया कि मंगलवार रात विजयपुर (कांडा) से बनलेख घर तक जाने वाली 33 हजार केवी की लाइन पर पेड़ गिर गया। लाइन पर पेड़ गिरने से रीमा, बनलेख, करूली, दोफाड़, उडियार समेत 25 गांवों की बिजली आपूर्ति रातभर बाधित रही। उधर, लीती क्षेत्र की बिजली भी मंगलवार की रात लाइन पर पेड़ गिरने से बाधित रही। सूचना मिलने पर विभागीय कर्मचारियों ने लाइन ठीक की। बुधवार दिन में दो बजे उक्त गांवों में बिजली आपूर्ति सुचारु हुई। लीती क्षेत्र की बिजली दोपहर 12 बजे बहाल हो गई थी।

 

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