पति रिक्शे से 3 अस्पतालों में भटका, आखिरकार 3 एंबुलेंस और ऑक्सीजन टैंकर के सामने टूटीं पत्नी की सांसें
अहमदाबाद
नई पीढ़ी ने इंसानी जिंदगी को इतना लाचार शायद ही कभी देखा होगा, जितना आज देखना पड़ रहा है। महामारी तो है ही, लेकिन इससे ज्यादा सिस्टम में घुसा संक्रमण जान पर भारी पड़ा रहा है। व्यवस्थाओं की खामियों के चलते मरीज मंजिल पर पहुंचकर दम तोड़ रहे हैं। अहमदाबाद से सामने आई यह तस्वीर हालात बयां करने के लिए काफी है।
एक महिला को ऑक्सीजन की तुरंत जरूरत थी। पति साढ़े चार घंटे तक रिक्शा लेकर यहां-वहां भागता रहा। तीन अस्पतालों ने उसे लौटा दिया। आखिर सिविल अस्पताल के दरवाजे पर पत्नी ने व्हीलचेयर पर ही दम तोड़ दिया। जबकि सामने 3 एंबुलेंस और 20 हजार लीटर ऑक्सीजन का टैंक खड़ा था।
फिल्म मुन्नाभाई MBBS आपको याद होगी। जिसमें मरीज के अस्पताल पहुंचने पर संजय दत्त कहते हैं फॉर्म बाद में भरेंगे…लेकिन यह रील लाइफ में ही संभव है, रियल लाइफ में नहीं। जबकि समझ सब रहे हैं कि देश में पिछले डेढ़ साल से चल रहा कोरोनाकाल अब वाकई में इंसानों के लिए काल बन चुका है।