RLD के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत सिंह का कोरोना से हुआ निधन।।
गुड़गांव
राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह का निधन हो गया है। वह कोरोना संक्रमित थे और मंगलवार रात से ही उनकी हालत नाजुक बताई जा रही थी। वह गुरुग्राम के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती थे। फेफड़ों में संक्रमण बढ़ने के कारण उनकी हालत नाजुक हो गई। वह 20 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे।
अजित सिंह के बेटे और पूर्व सांसद जयंत चौधरी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा, ‘चौधरी साहब नहीं रहे।’ जयंत ने बताया कि अजित सिंह 20 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे और 6 मई की सुबह उन्होंने इस बीमारी से लड़ते हुए दम तोड़ दिया।
‘आखिरी समय तक संघर्ष करते रहे चौधरी साहब’
जयंत ने लिखा, ‘अंतिम समय तक भी चौधरी साहब संघर्ष करते रहे। जीवन पथ पर चलते हुए चौधरी साहब को बहुत लोगों का साथ मिला। ये रिश्ते चौधरी साहब के लिए हमेशा प्रिय थे। चौधरी साहब ने आप सबको अपना परिवार माना और आप ही के लिए हमेशा चिंता की।’ जयंत चौधरी ने आगे लिखा, ‘इस दुख और महामारी के काल में हमारी आप से प्रार्थना है कि अपना पूरा ध्यान रखें, संभव हो तो अपने घर पर रहें और सावधानी जरूर बरतें। ये ही चौधरी साहब को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।’
पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह के बेटे अजित सिंह बागपत से 7 बाद सांसद और केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। 2001 से 2003 तक अटल बिहारी सरकार में वह कृषि मंत्री और 2011 में यूपीए सरकार के तहत नागरिक उड्डयन मंत्री रह चुके हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में उन्होंने मुजफ्फनगर से चुनाव लड़ा था लेकिन हार झेलनी पड़ी थी। पश्चिमी यूपी में चौधरी अजित सिंह जाटों के बड़े नेता माने जाते थे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी अजित सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख अजित सिंह जी के असमय निधन का समाचार दुखद है। उनके परिवार और प्रियजनों को मेरी संवेदनाएं।’
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी अजित सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘चौधरी अजित सिंह के निधन का समाचार बेहद पीड़ादायक हैं। अपने लम्बे सार्वजनिक जीवन में वे हमेशा जनता और ज़मीन से जुड़े रहे। साथ ही किसानों, मजदूरों एवं अन्य निर्बल वर्गों के हितों के लिए संघर्ष भी करते रहे। उनके शोकाकुल परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएँ।ॐ शान्ति!’