नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना के कहर से प्रतिदिन सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। वहीं संक्रमण के डर से कई संक्रमित व्यक्ति की मौत पर परिवार वाले भी अंतिम संस्कार कराने से कतरा रहे हैं। ऐसे में दिल्ली पुलिस मानव धर्म का पालन कर रही है। इस क्रम में लोधी रोड शव दाह गृह पर 11 अप्रैल से तैनात एएसआई राकेश अब तक 1100 से अधिक शवों के अंतिम संस्कार में सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं।
उन्होंने अपनी बेटी की शादी भी तीन माह के लिए टाल दी है, ताकि वह अपने कर्तव्यों का सही तरह से निर्वहन कर सके। हजरत निजामुद्दीन थाने में तैनात 57 वर्षीय एएसआई राकेश की ड्यूटी लोधी रोड शवदाह ग्रह पर 11 अप्रैल को लगाई गई थी। यहां कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है। कई बार शव के साथ कोई भी परिजन नहीं आता है, ऐसे में वह खुद ही उसके अंतिम संस्कार की व्यवस्था करते हैं और अपने हाथों से अंतिम क्रिया संपन्न कराते हैं। उम्र अधिक होने के कारण वाह संक्रमण के प्रति अधिक प्रभावित हो सकते हैं, बावजूद वह अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हट रहे हैं। साथ ही उन्होंने 50 से अधिक शवों का अंतिम संस्कार खुद किया है।
दिल्ली पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एएसआई राकेश तस्वीर को साझा किया है। इसके अलावा दिल्ली पुलिस कमिश्नर सहित कई अधिकारियों ने उनके इस कार्य के संबंध में ट्वीट किया है। एएसआई राकेश की सबसे छोटी बेटी की शादी सात मई को थी, जिसको उन्होंने टाल दिया है।