तीन अस्पताल की मान्यता निरस्त और एक एफआईआर और 36 की मौत
ग्वालियर. शुक्रवार को लगातार दूसरा ऐसा दिन है जब एक हजार से कम संक्रमित मिले हैं। शुक्रवार को ग्वालियर में पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया समेत 987 नये संक्रमित मिले हैं और साथ ही 36 संक्रमित की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार कोविड गाइडलाइन से किया गया है। संक्रमित आने के बाद पूर्वमंत्री को हम आइसोलेट किया गया है और साथ ही कलेक्टर ग्वालियर संक्रमण को रोकने के लिये कोरोना कर्फ्यू को 15 मई तक के लिये बढ़ा दिया गया है और साथ 3 अस्पताल की मान्यता कोविड़ में लापरवाही पर निरस्त की गयी है। एक पर अस्पताल पर एफआईआर के निर्देश दिये गये हैं। संक्रमण को ब्रेक करने के लिये पुलिस अब पहले ही अपेक्षा सड़कों पर ज्यादा सख्ती से पेश आ रही है।
इनकी हुई मौत
शुक्रवार को कोविड से प्रीति पत्नी रवि कुमार 23, आशा आनंद 54, मीराबाई पत्नी किशोर कुमार 65, ठकुरीराम 75, अज्ञात 50, महेश पुत्र अतर सिंह 35, धंतीदेवी पत्नी चेतराम 89, बद्रीप्रसाद पांडेय 84, ममता सेन 50, मुन्नीदेवी पत्नी ओमकार 70, इकबाल पुत्र अब्दुल रहमान 75, गोपाल कुमार 69, तुलाराम पुत्र हरपाल सिंह 75, अमनमोहन पांडेय 78, अजीत कुमार 59, महेश मांझी 49, देवेन्द्र सिंह यादव 55, मुकेश जैन 65, गिरीश कुमार 47, सुनीता पत्नी हेमंत 52, चन्द्रकला पत्नी केदारलाल 55, बांकेबिहारी 60, देवसिंह चंदेल 58, अंकित जैन 29, राजेन्द्र पुत्र हाकिम सिंह की मौत हुई हैं।
3 अस्पतालों की मान्यता निरस्त और एक पर एफआईआर
कोविड़ के दौर में नियमों पालन नहीं करने पर 3 अस्पतालों की मान्यता निरस्त कर दी गयी है। जबकि एक अस्पताल मां शीतला मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल पर एफआरईआर दर्ज की गयी है। इस संबंध में आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी ने शिकायत की थी। कि हॉस्पिटल की डॉक्टर दिव्यारानी शर्मा जो कि बीडीएस हैं के द्वारा अनाधिकृत रूप से रेमडेसिविर इंजेक्शन को प्रिस्काइब किया गया है। संबंध में प्रमाण भी प्रस्तुत किये गये थे। मामले की शिकायत कलेक्टर व सीएमएचओ को की गयी थी। जिसके बाद इस हॉस्पिटल पर एफआईआर के निर्देश दिये गये और साथ ही श्रद्धा नर्सिंग होम, मैक्स केयर व लोट्स हर्ॉिस्पटल के लायसेंस निरस्त किये गये हैं। यहां कोविड पेशेंट बढ़ने पर घोर लापरवाही बरती गयी है।