कोरोना से 22 दिन में 19 प्रोफेसर की मौत, प्रशासन ने तेज की महामारी से निपटने की तैयारी
अलीगढ़. कोरोना का कहर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में भी देखने को मिल रहा है. एएमयू के 100 सालों के इतिहास में यह पहला मौका है जब यूनिवर्सिटी से जुड़े इतनी संख्या में शिक्षकों, रिटायर्ड शिक्षकों व कर्मचारियों की जान गई हो. एएमयू में पिछले 22 दिनों में अब तक 19 मौजूदा प्रोफेसरों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा कई पूर्व शिक्षकों व कई गैर शिक्षक कर्मचारियों ने भी इस संक्रमण से अपना दम तोड़ दिया. अभी भी कई शिक्षक व कर्मचारी ऐसे हैं जो इस बीमारी की चपेट में हैं.
संक्रमण रोकने की कोशिश कर रहा प्रशासन
एएमयू परिसर में सभी संक्रमितों का इलाज ध्रुवा अस्पताल में चल रहा था. मृतकों में 19 प्रोफेसर भी शामिल हैं. बड़ी संख्या में कोरोना से हुई मौतों के बाद एएमयू प्रशासन चौकन्ना हुआ. महामारी से निपटने की तैयारी तेज कर दी गई हैं. पूरे कैंपस में समय-समय पर सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है. परिसर के अंदर लोगों को इकट्ठा नहीं होने दिया जा रहा है. साथ ही विश्वविद्यालय परिसर में बाहरी लोगों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित किया गया है. संक्रमण तेजी से फैल रहा है उसको देखते हुए यह कदम उठाए जा रहे हैं.
बता दें कि अभी भी काफी तादाद में गैर शिक्षक कर्मचारी और प्रोफेसर कोरोना से संक्रमित हैं. जिनका उपचार अस्पतालों व घरों में चल रहा है. यही वजह है कि विश्वविद्यालय प्रशासन और जिला प्रशासन मृत्यु दर को रोकने के लिए संक्रमित मरीजों का बेहतर इलाज कराने की व्यवस्था कर रहा है.
कैंपस में डर का माहौल
जिस तरह से एएमयू में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है उसको देखते हुए कैंपस के अंदर रह रहे लोगों में डर का माहौल है. हर कोई इस महामारी से डरा हुआ नजर आ रहा है. यही वजह है कि परिसर में कोई बाहर निकल रहा है. अगर किसी को बेहद जरूरी काम है तभी वह घर से बाहर निकल रहा है.