भोपाल । केंद्र सरकार ने इस साल सीबीएसई 12वीं की परीक्षा भी रद कर दी है। इससे पहले दसवीं की परीक्षा भी रद किए गए थे। अब बारहवीं की परीक्षा रद होने फैसले को लेकर शिक्षाविदों का मानना है कि परीक्षा करियर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है, इसलिए इसे रद नहीं करना चाहिए। वहीं सीबीएसई बारहवीं के विद्यार्थियों का कहना है कि परीक्षा कैंसिल होना सही फैसला है, लेकिन ऑनलाइन परीक्षा लेकर तब रिजल्ट तैयार होना चाहिए। बता दें, कि राजधानी में 96 सीबीएसई स्कूलों के एक लाख 30 हजार विद्यार्थी बारहवीं परीक्षा में शामिल होने वाले थे। परीक्षा को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई थी।
मप्र बोर्ड बारहवीं की परीक्षा को लेकर क्या होगा
मप्र बोर्ड दसवीं की परीक्षा रद कर दी गई है और बारहवीं की परीक्षा की तिथि घोषित करने को लेकर जल्द ही निर्णय होने वाला था, लेकिन सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद होने के बाद अब मप्र बोर्ड भी परीक्षा को लेकर विचार करेगा। बुधवार को 12वीं परीक्षा को लेकर स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री अधिकारियों के साथ बैठक लेंगे। यह बैठक साढ़े ग्यारह बजे मंत्रालय में होनी है।
इनका कहना
-मप्र बोर्ड बारहवीं के संबंध में बुधवार को बैठक लेंगे । प्रदेश स्तर पर विचार कर इस संबंध में निर्णय लेंगे।
इंदर सिंह परमार, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री
-सीबीएसई या मप्र बोर्ड किसी में भी 12वीं की परीक्षा रद नहीं होनी चाहिए। जुलाई में भी परीक्षा ली जा सकती थी। इसके आधार पर बच्चों के एडमिशन और करियर की दिशा तय होती है।
एके दीक्षित, शिक्षाविद
सीबीएसई 12वीं बोर्ड को रद करना बच्चों के हित में सही फैसला है, लेकिन मप्र शासन को बोर्ड के संबंध में निर्णय अपने राज्य की स्थिति को देखकर लेना चाहिए।
अनिल सदगोपाल, शिक्षाविद
कोरोना के तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए और बच्चों के सुरक्षित रहने के लिए परीक्षा कैंसिल करना सही फैसला है, लेकिन ऑनलाइन परीक्षा लिया जाना चाहिए।
इशु शाक्य, 12वीं विद्यार्थी
-विद्यार्थियों के सुरक्षा की दृष्टि से सही फैसला है, लेकिन प.ढाई करने वाले विद्यार्थियों का नुकसान होगा।
ऑनलाइन पढाई हुई है तो ऑनलाइन परीक्षा लिया सकता था।