हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में महिला पुलिस कर्मी के यौन उत्पीड़न के बहुचर्चित मामले की जांच में जुटी एसपी रंजना चौहान की अध्यक्षता वाली कमेटी ने मामले में तीन गवाहों के बयान दर्ज किए हैं। रंजना उस टीम का नेतृत्व कर रही हैं, जो विभागीय स्तर पर जांच में जुटी है। इससे पहले पीड़ित के भी बयान दर्ज किए जा चुके हैं। इन सभी बयानों के आधार पर जांच टीम आरोपी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीर ठाकुर से पूछताछ व बयान दर्ज करेगी। उसके बाद जांच कमेटी विभागीय कार्रवाई को लेकर आला अधिकारियों को सिफारिश भेजेगी जिसके बाद शासन स्तर पर कार्रवाई को लेकर फैसला होगा।
उल्लेखनीय है कि पीड़ित महिला कर्मचारी ने उच्च अधिकारियों को पांच पन्नों का शिकायती पत्र दिया था। साथ ही शिमला के महिला थाने में भी शिकायत दी जिसके आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। चूंकि मामले में पीड़ित से लेकर आरोपी अधिकारी और गवाह तक शिमला में ही तैनात थे, ऐसे में जांच की निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए डीजीपी संजय कुंडू ने सीआईडी की क्राइम ब्रांच को एफआईआर में लगे आरोपों की जांच के आदेश दे दिए। इसके अलावा एसपी रंजना चौहान की अध्यक्षता में एक विभागीय कमेटी गठित कर दी जो विभागीय स्तर पर यौन शोषण के आरोपों की जांच कर रही है।