प्रदेश मे मानसून सीजन को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने लिया ये बड़ा फैसला
उत्तराखंड में मानसून सीजन के मद्देनजर सरकार ने गढ़वाल व कुमाऊ मंडल में एक-एक हेलीकाप्टर तैनात करने का निर्णय लिया है। इसका मकसद यह है कि मानसून में प्राकृतिक आपदा आने की स्थिति में तत्काल राहत व बचाव कार्य शुरू किए जा सकें। इसके लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने टेंडर आमंत्रित कर लिए हैं। अब जल्द ही इसकी टेक्निकल और फाइनेंशियल बिड खोली जाएंगी। माना जा रहा है कि टेंडर प्रक्रिया संपन्न होने के बाद 10 से लेकर 15 जून के बीच ये हेलीकाप्टर दोनों मंडलों में तैनात कर दिए जाएंगे।
प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान प्राकृतिक आपदाओं के आने की आशंका अधिक बढ़ जाती है। इस दौरान बादल फटने और भूस्खलन की आशंका बनी रहती है। इस तरह की आपदाओं में अकसर प्रभावित क्षेत्रों के संपर्क मार्ग बाधित हो जाते हैं, जिससे राहत व बचाव कार्यों में परेशानी होती है। इसे देखते हुए सरकार ने प्रदेश के दोनों मंडलों में एक-एक हेलीकाप्टर तैनात करने का निर्णय लिया है। इनके जरिये प्रभावितों तक तत्काल मदद पहुंचाई जा सकेगी और जरूरत पड़ने पर घायलों को इलाज के लिए बड़े अस्पतालों तक लाया जा सकेगा।
रुचि नहीं दिखाई। इस कारण बीते वर्ष राहत व बचाव कार्यों में एक ही हेलीकाप्टर का इस्तेमाल हो पाया। इस वर्ष भी सरकार ने दोनों स्थानों पर हेलीकाप्टर तैनात करने की जिम्मेदारी यूकाडा को सौंपी है।
बीते वर्ष की स्थिति को ध्यान में रखते हुए इस बार जोर इस बात पर है कि हेली कंपनियां दोनों ही मंडलों में हेलीकाप्टर संचालन के लिए टेंडर डालें। मुख्य कार्यकारी अधिकारी यूकाडा डा. आशीष चौहान ने कहा कि हेलीकाप्टर कंपनियों के टेंडर आमंत्रित कर लिए गए हैं। पांच जून को टेक्निकल और सात मई को फाइनेंशियल बिड खोली जानी है। इसके बाद कंपनी का चयन कर दोनों मंडलों में हेलीकाप्टर की तैनाती कर दी जाएगी।