पंजाब कांग्रेस की अंतर्कलह तेज होती जा रही है। कांग्रेस विधायकों में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाने की मांग तेज होती जा रही है। ये सभी विधायक नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थक बताए जा रहे हैं। ताजा खबर यह है कि विवाद हल करने के लिए बनाई गई तीन सदस्यों की कमेटी के सामने आज शाम को मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पेशी हो सकती है। सूचना के मुताबिक, अमरिंदर सिंह आज दिन में हेलिकाप्टर से दिल्ली के लिए रवाना होंगे और गुरुवार शाम या शुक्रवार सुबह कमेटी के सामने अपना पक्ष रखेंगे। कमेटी में हरीश रावत, मल्लिकार्जुन खड़गे और जय प्रकाश अग्रवाल हैं, जिसका गठन सोनिया गांधी ने किया है।

इससे पहले कांग्रेस की इस अंतर्कलह का असर बुधवार को कैबिनेट बैठक में साफ तौर पर देखने को मिला। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के दूसरे कार्यकाल में यह पहला मौका था जब बैठक में 32 एजेंडा रखे गए लेकिन दो एजेंडा पास करने के बाद बैठक खत्म हो गई। छह नाराज मंत्री इस बैठक में शामिल नहीं हुए तो उन्हें बैठक में शामिल होने का बुलावा भेजा गया। सूत्रों के अनुसार एक नाराज मंत्री ने तो यह भी कह दिया कि पहले विवाद सुलझा लेते हैं, बैठक तो बाद में भी हो जाएगी।

कैबिनेट बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण थी क्योंकि इसमें छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट को मंजूरी के लिए पेश किया जाना था। इसके अलावा विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा के बेटे को डीएसपी तो विधायक राकेश पांडे के बेटे को तहसीलदार बनाए जाने के लिए एजेंडा पारित किया जाना था। यह दोनों एजेंडे बैठक में नहीं रखे जा सके। वर्चुअल बैठक में मंत्रियों की नाराजगी का असर साफ तौर पर दिखाई दिया। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिह जैसे ही बैठक में शामिल हुए तो उन्होंने बैठक के कोरम के बारे में पूछा। बताया गया कि आठ मंत्री पंजाब भवन दिल्ली में हैं।