गौरतलब है कि जनवरी में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 91.50 रुपये थी, जो अब 102.61 रुपये पर पहुंच गई है। वहीं 81.68 रुपये प्रति लीटर मिलने वाला डीजल अब 93.89 रुपये का हो गया है। इस तरह दोनों में ही खासी वृद्धि हुई है और हर वर्ग परेशान हैं, क्योंकि ईंधन के कारण जरूरत की हर वस्तु की कीमत भी बढ़ गई है। भाड़ा बढ़ने पर बाजार पर और असर पड़ेगा।

 

यहां से आता है सामान
राजधानी में परचून, कपड़ा, फुटवेयर, लोहा, सीमेंट समेत अन्य सामान बाहर से आता है। यह माल दिल्ली, पश्चिम बंगाल, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक आदि प्रदेशों से आता है। इसके अलावा सब्जियां व फल उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा आदि राज्यों से आते हैं। कोरोना कर्फ्यू के दौरान 10 फीसद गाड़ियां भी सड़कों पर नहीं दौड़ी। अब चूंकि कर्फ्यू में ढील दी गई है। ऐसे में दूसरे राज्यों से माल शहर में आने लगेगा।
ऐसे समझे कारोबार-
– 700 से अधिक ट्रांसपोर्ट हैं भोपाल में।
– 10 हजार से ज्यादा ट्रक, ट्रॉले, कंटेनर, डंपर व अन्य लोडिंग वाहन।
– 400 ट्रकों से माल उतारा या भरा जाता है यहां से
– 10 फीसद ट्रक भी नहीं दौड़े कर्फ्यू के कारण
– 40 फीसद तक माल भाड़ा बढ़ेगा आगामी दिनों में
स्रोत : ट्रांसपोर्ट कारोबारियों के अनुसार।