यही हाल रहा तो पृथ्वी का तापमान दो डिग्री बढ़ेगा: चौहान
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रदेशव्यापी वृहद पौध रोपण अभियान ष्अंकुरष् का शुभारंभ किया। श्री चौहान ने कहा कि भौतिक प्रगति के लिये जिस तरह से प्रकृति के साथ खिलवाड़ हुआ हैए यही स्थिति रही तो पृथ्वी का तापमान 2 डिग्री तक बढ़ेगा जो अनेकों आपदाओं को जन्म देगा। हम क्या इतने स्वार्थी हो गए हैं कि आने वाली पीढ़ी के लिये ऐसे धरती छोड़ेंगे।
यह धरती केवल मनुष्य के लिये नहीं बनाई है। यह सब जीव.जंतुओं के लिये हैए अनेकों समस्याएं केवल पर्यावरण के असंतुलन से पैदा हुई हैं। पेड़ कटे.जंगल कटेए जिसका दुष्परिणाम आज सबके सामने है।
प्रकृति का दोहन करना है शोषण नहीं है। दोनों में बहुत अंतर हैए प्रकृति से इतना ही लेना है कि जितना वो फिर से भरपाई कर ले। बचपन से हमे सिखाया गया है कि हम प्रकृति का सम्मान करें। हमें पर्यावरण संतुलित करना है तो पेड़ लगाने होंगेए नदियों को बचाना होगा। मैंने रोज एक पेड़ लगाने का निश्चय किया। पौधा लगाते समय मैं महसूस करता हूँ कि मैं जीवन रोप रहा हूँ। पेड़ स्थाई ऑक्सीजन के प्लांट हैं। एक वृक्ष लाखों जीव जंतुओं को जीवन देता है। पेड़ हमें शांति का अनुभव देते हैंए हमें आने वाली पीढ़ी के लिये पेड़ लगाने होंगे। मैं आप सबसे आह्वान करता हूँ कि वर्ष में एक पेड़ अवश्य लगाएं और उसका संरक्षण करें। जन्मदिन आदि शुभ अवसरों पर एक पेड़ लगा सकते हैं। पेड़ लगाकर स्मृति करने से अच्छा और क्या तरीका क्या हो सकता है। अंकुर कार्यक्रम हमने इसी उद्देश्य से शुरू किया है।
आपसे अपील है अधिक से अधिक संख्या में अंकुर अभियान से जुड़ें और पौधे लगाएं। प्रतिभागियों का जिले वार चयन कर वृक्ष वीरों और वीरांगनाओं को सम्मानित किया जाएगा। राज्य में अब बिल्डिंग परमिशन के साथ पेड़ पौधे लगाने की अनिवार्यता कर दी जाएगी। गाँव पंचायतों में भी घर बनवाते समय एक पेड़ अवश्य लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री से चर्चा करते हुए हरदा से श्री मुकाती ने बताया कि 90 के दशक से वह वृक्ष संरक्षण का कार्य कर रहे हैं। पेड़ कम होने से नदियों का अस्तित्व भी खतरे में आ गया। तब मैंने तय किया कि बिगड़े हुए जंगल और नदियों का संरक्षण करेंगे। मंडला में रूपारेल नदी के किनारे 400 एकड़ में घना जंगल विकसित किया गया है।