भोपाल। कोरोना कर्फ्यू में सीमित छूट के साथ राजधानी भोपाल के बाजार खोल दिए गए हैं। किराना समेत अन्य आवश्यक सेवाओं को छूट के दायरे में रखा गया है, लेकिन कपड़ा, बर्तन, सराफा समेत अन्य कारोबारियों को दुकानें खोलने की अनुमति नहीं दी गई है। ऐसे में सोमवार सुबह 11 बजे व्यापारी खुद ही दुकानें खोलने के लिए बाजारों में उतर गए। पुराने शहर के करीब एक दर्जन व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों ने लखेरापुरा, चौक व सराफा बाजार में एकत्रित होकर विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि जब पूरे प्रदेश में सभी दुकानें खोलने की अनुमति दे दी गई है तो भोपाल में क्यों नहीं? जबकि यहां कोरोना का संक्रमण लगातार कम हो रहा है। दुकानें न खुलने से कारोबार ठप हो गया है। व्यापारी के साथ दुकानों पर काम करने वाले हजारों कर्मचारी भी बेरोजगार हो गए हैं।
ओल्ड भोपाल होलसेल रेडिमेड एसोसिएशन, राजधानी व्यापारी संघ, आजाद मार्केट व्यापारी संघ, चौक वस्त्र व्यवसायी संघ, इब्राहिमपुरा व्यवसायी संघ, लोहा बाजार व्यापारी संघ, चूड़ी व्यवसायी संघ, होलसेल कॉस्मेटिक संघ, राजधानी वस्त्र व्यापारी संघ आदि संगठनों से जुड़े 100 से अधिक व्यापारी विरोध प्रदर्शन करने के लिए चौक, लखेरापुरा व सराफा बाजार में एकत्रित हुए। वे चौक बाजार स्थित पुलिस चौकी भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि दो महीने से दुकानें बंद हैं। इस कारण कारोबार ठप हो गया है, जबकि हजारों रुपये के बिजली के बिल, दुकान का किराया चढ़ गया है। कर्मचारियों को तनख्वाह भी देना है। ऐसी स्थिति में क्या करें समझ नहीं आ रहा है। सरकार एवं जिला प्रशासन से भी लगातार मांग कर रहे हैं। फिर भी कोई हल नहीं निकला है। इसलिए बाजारों में विरोध करने के लिए उतरना पड़ा है।
दोपहर दो बजे तक का दिया अल्टीमेटम
ओल्ड भापाल होलसेल रेडिमेड एसोसिएशन के सचिव मनोज जैन ने बताया कि प्रशासन व सरकार को दोपहर दो बजे तक निर्णय लेने का अल्टीमेटम दिया है। इसके बाद भी कोई निर्णय नहीं लिया गया तो हम खुद ही दुकानें खोल लेंगे।